9. और तू गेहूं, जव, सेम, मसूर, बाजरा, और कठिया गेहूं लेकर, एक बासन में रखकर उन से रोटी बनाया करना। जितने दिन तू अपने पांजर के बल लेटा रहेगा, उतने अर्थात् तीन सौ नब्बे दिन तक उसे खाया करना।
9. Wherfore take vnto thee wheate, barlye, beanes, lintils, millot, and fetches, and put these together in a vessell, and make thee loaues of bread thereof, according to the number of the dayes that thou must lye vpon thy side, that thou mayest haue bread to eate for three hundred and ninetie dayes.