22. यहोवा की यह वाणी है, क्या तुम लोग मेरा भय नहीं मानते? क्या तुम मेरे सम्मुख नहीं थरथराते? मैं ने बालू को समुद्र का सिवाना ठहराकर युग युग का ऐसा बान्ध ठहराया कि वह उसे लांध न सके; और चाहे उसकी लहरें भी उठें, तौभी वे प्रबल न हो सकें, या जब वे गरजें तौभी उसको न लांध सकें।
22. Feare ye not me, saieth the LORDE? Are ye not ashamed, to loke me in the face? which bynde the see with the sonde, so that it can not passe his boundes: For though it rage, yet can it do nothinge: and though the wawes therof do swell, yet maye they not go ouer.