30. और तू जब उजड़ेगी तब क्या करेगी? चाहे तू लाल रड़ग के वस्त्रा पहिने और सोने के आभूषण धारण करे और अपनी आंखों में अंजन लगाए, परन्तु व्यर्थ ही तू अपना शृंगार करेगी। क्योंकि तेरे मित्रा तुझे निकम्मी जानते हैं; वे तेरे प्राणों के खोजी हैं।
30. And thou, when thou art spoiled, what wilt thou do? Though thou clothest thyself with scarlet, though thou deckest thee with ornaments of gold, though thou enlargest thine eyes with paint, in vain dost thou make thyself fair; {cf15i thy} lovers despise thee, they seek thy life.