6. उन्हों ने इतना भी न कहा कि जो हमें मिस्र देश से निकाल ले आया वह यहोवा कहां है? जो हमें जंगल में से ओर रेत और गड़हों से भरे हुए निर्जल और घोर अन्धकार के देश से जिस में होकर कोई नहीं चलता, और जिस में कोई मनुष्य नहीं रहता, हमें निकाल ले आया।
6. And they said not, Where is Jehovah, that brought us up out of the land of Egypt, that led us in the wilderness, in a land of deserts and of pits, in a land of drought and of the shadow of death, in a land that no one passeth through, and where no man dwelleth?