16. पृथ्वी की छोर से हमें ऐसे गीत की ध्वनि सुन पड़ती है, कि धर्मी की महिमा और बड़ाई हो। परन्तु मैं ने कहा, हाय, हाय! मैं नाश हो गया, नाश! क्योंकि विश्वासघाती विश्वासघात करते, वे बड़ा ही विश्वासघात करते हैं।।
16. From the end of the earth we hear songs: 'Splendor to the Just One!' But I said, 'I am wasted, wasted away. Woe is me! The traitors betray: with treachery have the traitors betrayed!