13. लौट आ, लौट आ, हे शूलम्मिन, लौट आ, लौट आ, कि हम तुझ पर दृष्टि करें।। क्या तुम शूलेम्मिन को इस प्रकार देखोगे जैसा महनैम के नृत्य को देखते हो?
13. ফির ফির, অয়ি শূলম্মীয়ে; ফির ফির, আমরা তোমাকে দেখিব। শূলম্মীয়াকে তোমরা কেন দেখিবে? মহনয়িমস্থ নৃত্যের ন্যায় কেন দেখিবে?