5. फिर जो ऊंचा हो उस से भय खाया जाएगा, और मार्ग में डरावनी वस्तुएं मानी जाएंगी; और बादाम का पेड़ फूलेगा, और टिड्डी भी भारी लगेगी, और भूख बढ़ानेवाला फल फिर काम न देगा; क्योंकि मनुष्य अपने सदा के घर को जायेगा, और रोने पीटनेवाले सड़क सड़क फिरेंगे।
5. আবার লোকে উচ্চস্থান হইতে ভীত হইবে, ও পথে ত্রাস হইবে, কদম্ব পুষ্পিত হইবে, ফড়িঙ্গ অতি কষ্টে চলিবে, ও কামনা নিস্তেজ হইবে; কেননা মানুষ আপন নিত্যস্থায়ী নিবাসে চলিয়া যাইবে ও বিলাপকারীরা পথে পথে বেড়াইবে।