28. और ये सदा की विधि की रीति पर इस्त्राएलियों की ओर से उसका और उसके पुत्रों का भाग ठहरे, कयोंकि ये उठाए जाने की भेंटें ठहरी हैं; और यह इस्त्राएलियों की ओर से उनके मेलबलियों में से यहोवा के लिये उठाऐ जाने की भेंट होगी।
28. so shall it belong to Aaron and to his sons for an age-abiding statute from the sons of Israel, for a heave-offering, it is, and, a heave-offering, shall it remain, from the sons of Israel out of their peace-offerings, their heave-offering to Yahweh.