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1. लेवी के घराने के एक पुरूष ने एक लेवी वंश की स्त्री को ब्याह लिया।
1. And there went a man of the house of Levi, and took for a wife a daughter of Levi.
2. और वह स्त्री गर्भवती हुई और उसके एक पुत्रा उत्पन्न हुआ; और यह देखकर कि यह बालक सुन्दर है, उसे तीन महीने तक छिपा रखा।प्रेरितों के काम 7:20, इब्रानियों 11:23
2. And the woman conceived and bore a son; and when she saw that he was a goodly child, she hid him three months.
3. और जब वह उसे और छिपा न सकी तब उसके लिये सरकंड़ों की एक टोकरी लेकर, उस में बालक को रखकर नील नदी के तीर पर कांसों के बीच छोड़ आई।
3. And when she could no longer hide him, she took for him an ark of bulrushes, and daubed it with slime and with pitch, and put the child therein; and she laid it in the reeds by the river's brink.
4. उस बालक कि बहिन दूर खड़ी रही, कि देखे इसका क्या हाल होगा।
4. And his sister stood afar off to learn what would be done to him.
5. तब फिरौन की बेटी नहाने के लिये नदी के तीर आई; उसकी सखियां नदी के तीर तीर टहलने लगीं; तब उस ने कांसों के बीच टोकरी को देखकर अपनी दासी को उसे ले आने के लिये भेजा।प्रेरितों के काम 7:21
5. And the daughter of Pharaoh came down to wash herself at the river, and her maidens walked along by the riverside; and when she saw the ark among the reeds, she sent her maid to fetch it.
6. तब उस ने उसे खोलकर देखा, कि एक रोता हुआ बालक है; तब उसे तरस आया और उस ने कहा, यह तो किसी इब्री का बालक होगा।
6. And when she had opened it, she saw the child; and behold, the babe wept. And she had compassion on him and said, 'This is one of the Hebrews' children.'
7. तब बालक की बहिन ने फिरौन की बेटी से कहा, क्या मैं जाकर इब्री स्त्रियों में से किसी धाई को तेरे पास बुला ले आऊं जो तेरे लिये बालक को दूध पिलाया करे?
7. Then said his sister to Pharaoh's daughter, 'Shall I go and call to thee a nurse of the Hebrew women, that she may nurse the child for thee?'
8. फिरौन की बेटी ने कहा, जा। तब लड़की जाकर बालक की माता को बुला ले आई।
8. And Pharaoh's daughter said to her, 'Go.' And the maid went and called the child's mother.
9. फिरौन की बेटी ने उस से कहा, तू इस बालक को ले जाकर मेरे लिये दूध पिलाया कर, और मैं तुझे मजदूरी दूंगी। तब वह स्त्री बालक को ले जाकर दूध पिलाने लगी।
9. And Pharaoh's daughter said unto her, 'Take this child away and nurse it for me, and I will give thee thy wages.' And the woman took the child, and nursed it.
10. जब बालक कुछ बड़ा हुआ तब वह उसे फिरौन की बेटी के पास ले गई, और वह उसका बेटा ठहरा; और उस ने यह कहकर उसका नाम मूसा रखा, कि मैं ने इसको जल से निकाल लिया।।प्रेरितों के काम 7:21
10. And the child grew, and she brought him unto Pharaoh's daughter, and he became her son. And she called his name Moses [that is, Drawn out], and she said, 'Because I drew him out of the water.'
11. उन दिनों में ऐसा हुआ कि जब मूसा जवान हुआ, और बाहर अपने भाई बन्धुओं के पास जाकर उनके दु:खों पर दृष्टि करने लगा; तब उस ने देखा, कि कोई मिद्दी जन मेरे एक इब्री भाई को मार रहा है।प्रेरितों के काम 7:23, इब्रानियों 11:24
11. And it came to pass in those days, when Moses was grown, that he went out unto his brethren and looked on their burdens; and he spied an Egyptian smiting a Hebrew, one of his brethren.
12. जब उस ने इधर उधर देखा कि कोई नहीं है, तब उस मिद्दी को मार डाला और बालू में छिपा दिया।।प्रेरितों के काम 7:24
12. And he looked this way and that way, and when he saw that there was no man, he slew the Egyptian and hid him in the sand.
13. फिर दूसरे दिन बाहर जाकर उस ने देखा कि दो इब्री पुरूष आपस में मारपीट कर रहे हैं; उस ने अपराधी से कहा, तू अपने भाई को क्यों मारता है ?प्रेरितों के काम 7:27-28
13. And when he went out the second day, behold, two men of the Hebrews strove together; and he said to him that did the wrong, 'Why smitest thou thy fellow?'
14. उस ने कहा, किस ने तुझे हम लोगों पर हाकिम और न्यायी ठहराया ? जिस भांति तू ने मिद्दी को घात किया क्या उसी भांति तू मुझे भी घात करना चाहता है ? तब मूसा यह सोचकर डर गया, कि निश्चय वह बात खुल गई है।लूका 12:14, प्रेरितों के काम 7:35, प्रेरितों के काम 7:27-28
14. And he said, 'Who made thee a prince and a judge over us? Intendest thou to kill me as thou killed the Egyptian?' And Moses feared and said, 'Surely this thing is known.'
15. जब फिरौन ने यह बात सुनी तब मूसा को घात करने की युक्ति की। तब मूसा फिरौन के साम्हने से भागा, और मिद्यान देश में जाकर रहने लगा; और वह वहां एक कुएं के पास बैठ गया।इब्रानियों 11:27, प्रेरितों के काम 7:29
15. Now when Pharaoh heard this thing, he sought to slay Moses. But Moses fled from the face of Pharaoh, and dwelt in the land of Midian; and he sat down by a well.
16. मिद्यान के याजक की सात बेटियां थी; और वे वहां आकर जल भरने लगीं, कि कठौतों में भरके अपने पिता की भेड़बकरियों को पिलाएं।
16. Now the priest of Midian had seven daughters; and they came and drew water, and filled the troughs to water their father's flock.
17. तब चरवाहे आकर उनको हटाने लगे; इस पर मूसा ने खड़ा होकर उनकी सहायता की, और भेड़- बकरियों को पानी पिलाया।
17. And the shepherds came and drove them away; but Moses stood up and helped them, and watered their flock.
18. जब वे अपने पिता रूएल के पास फिर आई, तब उस ने उन से पूछा, क्या कारण है कि आज तुम ऐसी फुर्ती से आई हो ?
18. And when they came to Reuel their father, he said, 'How is it that ye have come so soon today?'
19. उन्हों ने कहा, एक मिद्दी पुरूष ने हम को चरवाहों के हाथ से छुड़ाया, और हमारे लिये बहुत जल भरके भेड़- बकरियों को पिलाया।
19. And they said, 'An Egyptian delivered us out of the hand of the shepherds, and also drew water enough for us and watered the flock.'
20. तब उस ने अपनी बेटियों से कहा, वह पुरूष कहां है ? तुम उसको क्यों छोड़ आई हो ? उसको बुला ले आओ कि वह भोजन करे।
20. And he said unto his daughters, 'And where is he? Why is it that ye have left the man? Call him, that he may eat bread.'
21. और मूसा उस पुरूष के साथ रहने को प्रसन्न हुआ; उस ने उसे अपनी बेटी सिप्पोरा को ब्याह दिया।
21. And Moses was content to dwell with the man; and he gave Moses Zipporah his daughter.
22. और उसके एक पुत्रा उत्पन्न हुआ, तब मूसा ने यह कहकर, कि मैं अन्य देश में परदेशी हूं, उसका नाम गेर्शोम रखा।।प्रेरितों के काम 7:6
22. And she bore him a son, and he called his name Gershom [that is, A stranger there]; for he said, 'I have been a stranger in a strange land.'
23. बहुत दिनों के बीतने पर मि का राजा मर गया। और इस्राएली कठिन सेवा के कारण लम्बी लम्बी सांस लेकर आहें भरने लगे, और पुकार उठे, और उनकी दोहाई जो कठिन सेवा के कारण हुई वह परमेश्वर तक पहुंची।
23. And it came to pass in process of time that the king of Egypt died. And the children of Israel sighed by reason of the bondage, and they cried; and their cry came up unto God by reason of the bondage.
24. और परमेश्वर ने उनका कराहना सुनकर अपनी वाचा को, जो उस ने इब्राहीम, और इसहाक, और याकूब के साथ बान्धी थी, स्मरण किया।प्रेरितों के काम 7:34
24. And God heard their groaning, and God remembered His covenant with Abraham, with Isaac, and with Jacob.
25. और परमेश्वर ने इस्राएलियों पर दृष्टि करके उन पर चित्त लगाया।।
25. And God looked upon the children of Israel, and God took heed of them.