25. तब मूसा ने यहोवा की दोहाई दी, और यहोवा ने उसे एक पौधा बतला दिया, जिसे जब उस ने पानी में डाला, तब वह पानी मीठा हो गया। वहीं यहोवा ने उनके लिये एक विधि और नियम बनाया, और वहीं उस ने यह कहकर उनकी परीक्षा की,
25. So Moses cried out to the LORD for help, and the LORD showed him a piece of wood. Moses threw it into the water, and this made the water good to drink.It was there at Marah that the LORD set before them the following decree as a standard to test their faithfulness to him.