3. हे सेनाओं के यहोवा, हे मेरे राजा, और मेरे परमेश्वर, तेरी वेदियों मे गौरैया ने अपना बसेरा और शूपाबेनी ने घोंसला बना लिया है जिस में वह अपने बच्चे रखे।
3. Yes, the sparrow has found a home, And the swallow a nest for herself, where she may have her young, Near your altars, LORD of Hosts, my King, and my God.