12. जब एक एक कन्या की बारी हुई, कि वह क्षयर्ष राजा के पास जाए, ( और यह उस समय हुअ जब उसके साथ स्त्रियों के लिये ठहराए हुए नियम के अनुसार बारह माह तक व्यवहार किया गया था; अर्थात् उनके शुठ्ठ करने के दिन इस रीति से बीत गए, कि छे माह तक गन्धरस का तेल लगाया जाता था, और छे माह तक सुगन्धदव्य, और स्त्रियों के शुठ्ठ करने का और और सामान लगाया जाता था ) ।
12. আর দ্বাদশ মাস স্ত্রীলোকদের জন্য নিয়মিত সেবা পাইলে পর অহশ্বেরশ রাজার নিকটে এক এক কন্যার গমনের পালা উপস্থিত হইত; যেহেতু তাহাদের অঙ্গসংস্কারে এত দিন লাগিত, বস্তুতঃ ছয় মাস গন্ধরসের তৈল, ছয় মাস সুগন্ধি ও স্ত্রীলোকের অঙ্গসংস্কারার্থক দ্রব্য ব্যবহৃত হইত;