32. अब तो हे हमारे परमेश्वर ! हे महान पराक्रमी और भययोग्य ईश्वर ! जो अपनी वाचा पालता और करूणा करता रहा है, जो बड़ा कष्ट, अश्शूर के राजाओं के दिनों से ले आज के दिन तक हमें और हमारे राजाओं, हाकिमों, याजकों, नबियों, पुरखाओं, वरन तेरी समस्त प्रजा को भोगना पड़ा है, वह तेरी दृष्टि में थोड़ा न ठहरे।
32. 'And now, O our God -- God, the great, the mighty, and the fearful, keeping the covenant and the kindness -- let not all the travail that hath found us be little before Thee, for our kings, for our heads, and for our priests, and for our prophets, and for our fathers, and for all Thy people, from the days of the kings of Asshur unto this day;