4. एज्रा शास्त्री, काठ के एक मचान पर जो इसी काम के लिये बना था, ख्ड़ा हो गयां; और उसकी दाहिनी अलंग मत्तित्याह, शेमा, अनायाह, ऊरिरयाह, हिल्किरयाह और मासेयाह; और बाई अलंग, पदायाह, मीशाएल, मल्किरयाह, हाशूम, हश्बस्राना,जकर्याह और मशुल्लाम खड़े हुए।
4. And Esdras the scribe stood upon a step of wood, which he had made to speak upon, and there stood by him Mathathias, and Semeia, and Ania, and Uria, and Helcia, and Maasia, on his right hand: and on the left, Phadaia, Misael, and Melchia, and Hasum, and Hasbadana, Zacharia and Mosollam.