8. उनके परमेश्वर के भवन में, जो यरूशलेम में है, अपने के दूसरे वर्ष के दूसरे महीने में, शालतीएल के पुत्रा जरूब्बाबेल ने और योसादाक के पुत्रा येशू ने और उनके और भाइयों ने जो याजक और लेवीय थे, और जितने बन्धुआई से यरूशलेम में आए थे उन्हों ने भी काम को आरम्भ किया, और बीस वर्ष अथवा उससे अधिक अवस्था के लेवियों को यहोवा के भवन का काम चलाने के लिये नियुक्त किया।
8. So in the second month of the second year after they came to the Temple in Jerusalem, Zerubbabel son of Shealtiel and Jeshua son of Jozadak began the work. Their brothers, the priests, Levites, and everyone who came back to Jerusalem from captivity began working with them. They chose Levites who were 20 years old and older to be the leaders in the building of the Lord's Temple.