10. और अजर्याह महायाजक ने जो सादोक के घराने का था, उस से कहा, जब से लोग यहोवा के भवन में उठाई हुई भेंटें लाने लगे हैं, तब से हम लोग पेट भर खाने को पाते हैं, वरन बहुत बचा भी करता है; क्योंकि यहोवा ने अपनी प्रजा को आशीष दी है, और जो शेष रह गया है, उसी का यह बड़ा ढेर है।
10. And Azariah, the chief priest of the house of Zadok, spake unto him, and said From the time of beginning to bring in, the heave-offering, into the house of Yahweh to eat and to be full, there hath still been left, even to this abundance. For, Yahweh, hath blessed his people, and, that which is left, is this great plenty.