11. और वे नित्य सवेरे और सांझ को यहोवा के लिये होमबलि और सुगन्धद्ररय का धूप जलाते हैं, और शूठ्ठ मेज पर भेंट की रोटी सजाते और सोने की दीवट और उसके दीपक सांझ- सांझ को जलाते हैं; हम तो अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञाओं को मानते रहते हैं, परन्तु तुम ने उसको त्याग दिया है।
11. and they are making a perfume unto Yahweh, with ascending-sacrifices morning by morning, and evening by evening and an incense of sweet spices, and are putting in order bread upon the pure table, and the lampstand of gold with the lamps thereof, for lighting up evening by evening, for, observant, are we of the charge of Yahweh our God, whereas, ye, have forsaken him.