2. तब दाऊद ने इस्राएल की सारी मण्डली से कहा, यदि यह तुम को अच्छा लगे और हमारे परमेश्वर की इच्छा हो, तो इस्राएल के सब देशों में जो हमारे भाई रह गए हैं और उनके साथ जो याजक और लेवीय अपने अपने चराईवाले नगरों में रहते हैं, उनके पास भी यह कहला भेजें कि हमारे पास इकट्ठे हो जाओ।
2. and then announced to the people of Israel: While Saul was king, the sacred chest was ignored. But now it's time to bring the chest to Jerusalem. We will invite everyone in Israel to come here, including the priests and the Levites in the towns surrounded by pastureland. But we will do these things only if you agree, and if the LORD our God wants us to.