26. और एब्यातार याजक से राजा ने कहा, अनातोत में अपनी भूमि को जा; क्योंकि तू भी प्राणदणड के योग्य है। आज के दिन तो मैं तुझे न मार डालूंगा, क्योंकि तू मेरे पिता दाऊद के साम्हने प्रभु यहोवा का सन्दूक उठाया करता था; और उन सब दु:खों में जो मेरे पिता पर पड़े थे तू भी दु:खी था।
26. Also the kyng seide to Abiathar, preest, Go thou in to Anatot, to thi feeld; and sotheli thou art a man of deeth, `that is, worthi the deeth, for conspiryng ayens me, and the ordynaunce of God, and of my fadir; but to dai Y schal not sle thee, for thou barist the arke of the Lord God bifor Dauid, my fadir, and thou suffridist trauele in alle thingis, in whiche my fadir trauelide.