11. फिर दाऊद ने अबीशै और अपने सब कर्मचारियों से कहा, जब मेरा निज पुत्रा भी मेरे प्राण का खोजी है, तो यह बिन्यामीनी अब ऐसा क्यों न करें? उसको रहने दो, और शाप देने दो; क्योंकि यहोवा ने उस से कहा है।
11. And David said to Abishai, and to all his servants, Behold, my son, who came forth of my bowels, seeks my life; how much more now a son of Jemini? Let him alone, and let him curse, for the LORD has bidden him.