2. तब दाऊद ने यह सोचा, कि जैसे हानून के पिता नाहाश ने मुझ को प्रीति दिखाई थी, वैसे ही मैं भी हानून को प्रीति दिखाऊंगा। तब दाऊद ने अपने कई कर्मचारियों को उसके पास उसके पिता के विषय शान्ति देने के लिये भ्ेज दिया। और दाऊद के कर्मचारी अम्मोनियों के देश में आए।
2. David thought, 'I will be kind to Hanun, son of Nahash, as his father was kind to me.' So David sent his servants with condolences to Hanun for the loss of his father. But when David's servants entered the country of the Ammonites,