5. और निश्चय मैं तुम्हारा लोहू अर्थात् प्राण का पलटा लूंगा : सब पशुओं, और मनुष्यों, दोनों से मैं उसे लूंगा : मनुष्य के प्राण का पलटा मै एक एक के भाई बन्धु से लूंगा।
5. And indeed your blood, [the blood] of your lives, will I require: at the hand of every animal will I require it, and at the hand of Man, at the hand of each [the blood] of his brother, will I require the life of Man.