7. सो अब उस पुरूष की पत्नी को उसे फेर दे; क्योंकि वह नबी है, और तेरे लिये प्रार्थना करेगा, और तू जीता रहेगा : पर यदि तू उसको न फेर दे तो जान रख, कि तू, और तेरे जितने लोग हैं, सब निश्चय मर जाएंगे।
7. Now therefore restore to the man [his] wife; for he [is] a prophet, and he shall pray for thee, and thou shalt live: and if thou shalt not restore [her], know thou that thou shalt surely die, thou, and all that [are] thine.