13. फिर मैं ने स्वर्ग में, और पृथ्वी पर, और पृथ्वी के नीचे, और समुद्र की सब सृजी हुई वस्तुओं को, और सब कुछ को जो उन में हैं, यह कहते सुना, कि जो सिंहासन पर बैठा है, उसका, और मेम्ने का धन्यवाद, और आदर, और महिमा, और राज्य, युगानुयुग रहे।
2 इतिहास 18:18
13. and every creature that is in the heaven, and in the earth, and under the earth, and the things that are upon the sea, and the all things in them, heard I saying, 'To Him who is sitting upon the throne, and to the Lamb, [is] the blessing, and the honour, and the glory, and the might -- to the ages of the ages!'