Revelation - प्रकाशितवाक्य 18 | View All

1. इस के बाद मैं ने एक स्वर्गदूत को स्वर्ग से उतरते देखा, जिस का बड़ा अधिकार था; और पृथ्वी उसके तेज से प्रज्वलित हो गई।
यहेजकेल 27:36

1. And after these things I saw another angel come down from heaven, having great power; and the earth was lightened with his glory.

2. उस ने ऊंचे शबद से पुकारकर कहा, कि गिर गया बड़ा बाबुल गिर गया है: और दुष्टात्माओ का निवास, और हर एक अशुद्ध आत्मा का अड्डा, और एक अशुद्ध और घृणित पक्षी का अड्डा हो गया।
यशायाह 13:21, यशायाह 21:9, यशायाह 34:11, यशायाह 34:14, यिर्मयाह 9:11, यिर्मयाह 50:39, यिर्मयाह 51:8, दानिय्येल 4:30

2. And he cried mightily with a strong voice, saying, Babylon the great is fallen, is fallen, and is become the habitation of demons, and the hold of every foul spirit, and a cage of every unclean and hateful bird.

3. क्योंकि उसके व्यभिचार के भयानक मदिरा के कारण सब जातियां गिर गई हैं, और पृथ्वी के राजाओं ने उसके साथ व्यभिचार किया है; और पृथ्वी के व्यापारी उसके सुख- विलास की बहुतायत के कारण धनवान हुए हैं।
यिर्मयाह 25:16-27, यिर्मयाह 51:7

3. For all nations have drank of the wine of the wrath of her lewdness, and the kings of the earth have committed lewd deeds with her, and the merchants of the earth have become rich through the abundance of her delicacies.

4. फिर मैं ने स्वर्ग से किसी और का शब्द सुना, कि हे मेरे लोगों, उस में से निकल आओ; कि तुम उसके पापों में भागी न हो, और उस की विपत्तियों में से कोई तुम पर आ न पड़े।
यशायाह 23:17, यशायाह 48:20, यशायाह 52:11, यिर्मयाह 50:8, यिर्मयाह 51:9, यिर्मयाह 51:6, यिर्मयाह 51:45

4. And I heard another voice from heaven, saying, Come out of her, my people, that ye be not partakers of her sins, and that ye receive not of her plagues.

5. क्योंकि उसके पाप स्वर्ग तक पहुंच गए हैं, और उसके अधर्म परमेश्वर को स्मरण आए हैं।
उत्पत्ति 18:21, यिर्मयाह 51:9

5. For her sins have reached to heaven, and God hath remembered her iniquities.

6. जैसा उस ने तुम्हें दिया है, वैसा ही उस को भर दो, और उसके कामों के अनुसार उसे दो गुणा बदला दो, जिस कटोरे में उस ने भर दिया था उसी में उसके लिये दो गुणा भर दो।
भजन संहिता 137:8, यिर्मयाह 50:15, यिर्मयाह 50:29

6. Reward her even as she rewarded you, and double to her double according to her works: in the cup which she hath filled, fill to her double.

7. जितनी उस ने अपनी बड़ाई की और सुख- विलास किया; उतनी उस को पीड़ा, और शोक दो; क्योंकि वह अपने मन में कहती है, मैं रानी हो बैठी हूं, विधवा नहीं; और शोक में कभी न पडूंगी।
यशायाह 47:7-8, यशायाह 47:11

7. How much she hath glorified herself, and lived deliciously, so much torment and sorrow give her: for she saith in her heart, I sit a queen, and am no widow, and shall see no sorrow.

8. इस कारण एक ही दिन में उस पर विपत्तियां आ पड़ेंगी, अर्थात् मृत्यु, और शोक, और अकाल; और वह आग में भस्म कर दी जाएगी, क्योंकि उसका न्यायी प्रभु परमेश्वर शक्तिमान है।
लैव्यव्यवस्था 21:9, यशायाह 47:9, यिर्मयाह 50:34

8. Therefore shall her plagues come in one day, death, and mourning, and famine; and she shall be utterly burned with fire: for strong {is} the Lord God who judgeth her.

9. और पृथ्वी के राजा जिन्हों ने उसके साथ व्यभिचार, और सुख- विलास किया, जब उसके जलने का धुआं देखेंगे, तो उसके लिये रोएंगे, और छाती पीटेंगे।
यहेजकेल 26:16-17, यहेजकेल 27:20-33

9. And the kings of the earth, who have committed lewdness and lived deliciously with her, shall bewail her, and lament for her, when they shall see the smoke of her burning,

10. और उस की पीड़ा के डर के मारे दूर खड़े होकर कहेंगे, हे बड़े नगर, बाबुल! हे दृढ़ नगर, हाय! हाय! घड़ी ही भर में तुझे दण्ड मिल गया है।
यहेजकेल 26:17, दानिय्येल 4:30

10. Standing afar off for the fear of her torment, saying, Alas, alas, that great city Babylon, that mighty city! for in one hour is thy judgment come.

11. और पृथ्वी के व्यापारी उसके लिये रोएंगे और कलपेंगे क्योंकि अब कोई उन का माल मोल न लेगा।
यहेजकेल 27:36

11. And the merchants of the earth shall weep and mourn over her; for no man buyeth their merchandise any more:

12. अर्थात् सोना, चान्दी, रत्न, मोती, और मलमल, और बैंजनी, और रेशमी, और किरमिजी कपड़े, और हर प्रकार का सुगन्धित काठ, और हाथीदांत की हर प्रकार की वस्तुएं, और बहुमोल काठ, और पीतल, और लोहे, और संगमरमर के सब भांति के पात्रा।
यहेजकेल 27:22

12. The merchandise of gold, and silver, and precious stones, and of pearls, and fine linen, and purple, and silk, and scarlet, and all thyine wood, and all vessels of ivory, and all vessels of most precious wood, and of brass, and iron, and marble,

13. और दारचीनी, मसाले, धूप, इत्रा, लोबान, मदिरा, तेल, मैदा, गेहूं, गाय, बैल, भेड़, बकरियां, घोड़े, रथ, और दास, और मनुष्य के प्राण।
यहेजकेल 27:13, यहेजकेल 27:22

13. And cinnamon, and odors, and ointments, and frankincense, and wine, and oil, and fine flour, and wheat, and beasts, and sheep, and horses, and chariots, and slaves, and souls of men.

14. अब मेरे मन भावने फल तेरे पास से जाते रहे; और स्वादिष्ट और भड़कीली वस्तुएं तुझ से दूर हुई हैं, और वे फिर कदापि न मिलेंगी।

14. And the fruits that thy soul lusted after have departed from thee, and all things which were dainty and goodly have departed from thee, and thou shalt find them no more at all.

15. इन वस्तुओं के व्यापारी जो उसके द्वारा धनवान हो गए थे, उस की पीड़ा के डर के मारे दूर खड़े होंगे, और रोते और कलपते हुए कहेंगे।
यहेजकेल 27:31-32, यहेजकेल 27:36

15. The merchants of these things who were made rich by her, shall stand afar off, for the fear of her torment, weeping and wailing,

16. हाय! हाय! यह बड़ा नगर जो मलमल, और बैंजनी, और किरमिजी कपड़े पहिने था, और सोने, और रत्नों, और मोतियों से सजा था,
यहेजकेल 28:13

16. And saying, Alas, alas, that great city, that was clothed in fine linen, and purple, and scarlet, and decked with gold, and precious stones, and pearls!

17. घड़ी ही भर में उसका ऐसा भारी धन नाश हो गया: और हर एक मांझी, और जलयात्री, और मल्लाह, और जितने समुद्र से कमाते हैं, सब दूर खड़े हुए।
यहेजकेल 27:28-29

17. For in one hour so great riches is come to naught. And every ship-master, and all the company in ships, and sailors, and as many as trade by sea, stood afar off,

18. और उसके जलने का धुआं देखते हुए पुकारकर कहेंगे, कौन सा नगर इस बड़े नगर के समान है?
यहेजकेल 27:32

18. And cried when they saw the smoke of her burning, saying, What {city is} like this great city!

19. और अपने अपने सिरों पर धूल डालेंगे, और रोते हुए और कलपते हुए चिल्ला चिल्लाकर कहेंगे, कि हाय! हाय! यह बड़ा नगर जिस की सम्पत्ति के द्वारा समुद्र के सब जहाजवाले धनी हो गए थे घड़ी ही भर में उजड़ गया।
यहेजकेल 26:19, यहेजकेल 27:9, यहेजकेल 27:30, यहेजकेल 27:33

19. And they cast dust on their heads, and cried, weeping and wailing, saying, Alas, alas, that great city, in which were made rich all that had ships in the sea by reason of her opulence! for in one hour is she made desolate.

20. हे स्वर्ग, और हे पवित्रा लोगों, और प्रेरितों, और भविष्यद्वक्ताओं, उस पर आनन्द करो, क्योंकि परमेश्वर ने न्याय करके उस से तुम्हारा पलटा लिया है।।
व्यवस्थाविवरण 32:43, भजन संहिता 96:11, यशायाह 44:23, यशायाह 49:13, यिर्मयाह 51:48

20. Rejoice over her {thou} heaven, and {ye} holy apostles and prophets; for God hath avenged you on her.

21. फिर एक बलवन्त स्वर्गदूत ने बड़ी चक्की के पाअ के समान एक पत्थर उठाया, और यह कहकर समुद्र में फेंक दिया, कि बड़ा नगर बाबुल ऐसे ही बड़े बल से गिराया जाएगा, और फिर कभी उसका पता न मिलेगा।
यिर्मयाह 51:63-64, यहेजकेल 26:21

21. And a mighty angel took up a stone like a great millstone, and cast {it} into the sea, saying, Thus with violence shall that great city Babylon be thrown down, and shall be no more found.

22. और वीणा बजानेवालों, और बजनियों, और बंसी बजानेवालों, और तुरही फूंकनेवालों का शब्द फिर कभी तुझ में सुनाई न देगा, और किसी उद्यम का कोई कारीगर भी फिर कभी तुझ में न मिलेगा; और चक्की के चलने का शब्द फिर कभी तुझ में सुनाई न देगा।
यशायाह 24:8, यिर्मयाह 25:10, यहेजकेल 26:13

22. And the voice of harpers, and musicians, and of pipers, and trumpeters, shall be no more heard in thee; and no artificer, of whatever craft {he be}, shall be found any more in thee; and the sound of a millstone shall be no more heard in thee;

23. और दीया का उजाला फिर कभी तुझ में ने चमकेगा और दूल्हे और दुल्हिन का शब्द फिर कभी तुझ में सुनाई न देगा; क्योंकि तेरे व्यापारी पृथ्वी के प्रधान थे, और तेरे टोने से सब जातियां भरमाई गई थी।
यशायाह 23:8, यिर्मयाह 7:34, यिर्मयाह 16:9, यशायाह 47:9, यिर्मयाह 25:10

23. And the light of a candle shall shine no more in thee; and the voice of the bridegroom and of the bride shall be heard no more in thee: for thy merchants were the great men of the earth; for by thy sorceries were all nations deceived.

24. और भविष्यद्वक्ताओं और पवित्रा लोगों, और पृथ्वी पर सब घात किए हुओं का लोहू उसी में पाया गया।।
यिर्मयाह 51:49, यहेजकेल 24:7

24. And in her was found the blood of prophets, and of saints, and of all that were slain upon the earth.



Shortcut Links
प्रकाशितवाक्य - Revelation : 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 |
उत्पत्ति - Genesis | निर्गमन - Exodus | लैव्यव्यवस्था - Leviticus | गिनती - Numbers | व्यवस्थाविवरण - Deuteronomy | यहोशू - Joshua | न्यायियों - Judges | रूत - Ruth | 1 शमूएल - 1 Samuel | 2 शमूएल - 2 Samuel | 1 राजाओं - 1 Kings | 2 राजाओं - 2 Kings | 1 इतिहास - 1 Chronicles | 2 इतिहास - 2 Chronicles | एज्रा - Ezra | नहेम्याह - Nehemiah | एस्तेर - Esther | अय्यूब - Job | भजन संहिता - Psalms | नीतिवचन - Proverbs | सभोपदेशक - Ecclesiastes | श्रेष्ठगीत - Song of Songs | यशायाह - Isaiah | यिर्मयाह - Jeremiah | विलापगीत - Lamentations | यहेजकेल - Ezekiel | दानिय्येल - Daniel | होशे - Hosea | योएल - Joel | आमोस - Amos | ओबद्याह - Obadiah | योना - Jonah | मीका - Micah | नहूम - Nahum | हबक्कूक - Habakkuk | सपन्याह - Zephaniah | हाग्गै - Haggai | जकर्याह - Zechariah | मलाकी - Malachi | मत्ती - Matthew | मरकुस - Mark | लूका - Luke | यूहन्ना - John | प्रेरितों के काम - Acts | रोमियों - Romans | 1 कुरिन्थियों - 1 Corinthians | 2 कुरिन्थियों - 2 Corinthians | गलातियों - Galatians | इफिसियों - Ephesians | फिलिप्पियों - Philippians | कुलुस्सियों - Colossians | 1 थिस्सलुनीकियों - 1 Thessalonians | 2 थिस्सलुनीकियों - 2 Thessalonians | 1 तीमुथियुस - 1 Timothy | 2 तीमुथियुस - 2 Timothy | तीतुस - Titus | फिलेमोन - Philemon | इब्रानियों - Hebrews | याकूब - James | 1 पतरस - 1 Peter | 2 पतरस - 2 Peter | 1 यूहन्ना - 1 John | 2 यूहन्ना - 2 John | 3 यूहन्ना - 3 John | यहूदा - Jude | प्रकाशितवाक्य - Revelation |

Explore Parallel Bibles
21st Century KJV | A Conservative Version | American King James Version (1999) | American Standard Version (1901) | Amplified Bible (1965) | Apostles' Bible Complete (2004) | Bengali Bible | Bible in Basic English (1964) | Bishop's Bible | Complementary English Version (1995) | Coverdale Bible (1535) | Easy to Read Revised Version (2005) | English Jubilee 2000 Bible (2000) | English Lo Parishuddha Grandham | English Standard Version (2001) | Geneva Bible (1599) | Hebrew Names Version | Hindi Bible | Holman Christian Standard Bible (2004) | Holy Bible Revised Version (1885) | Kannada Bible | King James Version (1769) | Literal Translation of Holy Bible (2000) | Malayalam Bible | Modern King James Version (1962) | New American Bible | New American Standard Bible (1995) | New Century Version (1991) | New English Translation (2005) | New International Reader's Version (1998) | New International Version (1984) (US) | New International Version (UK) | New King James Version (1982) | New Life Version (1969) | New Living Translation (1996) | New Revised Standard Version (1989) | Restored Name KJV | Revised Standard Version (1952) | Revised Version (1881-1885) | Revised Webster Update (1995) | Rotherhams Emphasized Bible (1902) | Tamil Bible | Telugu Bible (BSI) | Telugu Bible (WBTC) | The Complete Jewish Bible (1998) | The Darby Bible (1890) | The Douay-Rheims American Bible (1899) | The Message Bible (2002) | The New Jerusalem Bible | The Webster Bible (1833) | Third Millennium Bible (1998) | Today's English Version (Good News Bible) (1992) | Today's New International Version (2005) | Tyndale Bible (1534) | Tyndale-Rogers-Coverdale-Cranmer Bible (1537) | Updated Bible (2006) | Voice In Wilderness (2006) | World English Bible | Wycliffe Bible (1395) | Young's Literal Translation (1898) | Hindi Reference Bible |