9. सारे इस्राएलियों के लिये, और उन के बीच रहनेवाले परदेशियों के लिये भी, जो नगर इस मनसा से ठहराए गए कि जो कोई किसी प्राणी को भूल से मार डाले वह उन में से किसी में भाग जाए, और जब तक न्याय के लिये मण्डली के साम्हने खड़ा न हो, तब तक खून का पलटा लेनेवाला उसे मार डालने न पाए, वे यह ही हैं।।
9. These cities were appointed for all the children of Israel, and for the strangers, that dwelt among them: that whosoever had killed a person unawares might flee to them, and not die by the hand of the kinsman, coveting to revenge the blood that was shed, until he should stand before the people to lay open his cause.