5. और संयमी, पतिव्रता, घर का कारबार करनेवाली, भली और अपने अपने पति के आधीन रहनेवाली हों, ताकि परमेश्वर के वचन की निन्दा न होने पाए।
5. to be self-controlled and pure, to take good care of their homes and submit to their husbands. In this way, God's message will not be brought into disgrace.