2 Thessalonians - 2 थिस्सलुनीकियों 2 | View All

1. हे भाइयों, तुम अपने प्रभु यीशु मसीह के आने, और उसके पास अपने इकट्ठे होने के विषय में तुम से बिनती करते हैं।

1. আবার, হে ভ্রাতৃগণ, আমাদের প্রভু যীশু খ্রীষ্টের আগমন ও তাঁহার নিকটে আমাদের সংগৃহীত হইবার বিষয়ে তোমাদিগকে এই বিনতি করিতেছি;

2. कि किसी आत्मा, या वचन, या पत्री के द्वारा जो कि मानों हमारी ओर से को, यह समझकर कि प्रभु का दिन आ पहुंचा है, तुम्हारा मन अचानक अस्थिर न हो जाए; और न तुम घबराओ।

2. তোমরা কোন আত্মা দ্বারা, বা কোন বাক্য দ্বারা, অথবা, আমরা লিখিয়াছি মনে করিয়া কোন পত্র দ্বারা, মনের স্থিরতা হইতে বিচলিত বা উদ্বিগ্ন হইও না, ভাবিও না যে প্রভুর দিন উপস্থিত হইল;

3. किसी रीति से किसी के धोखे में न आना क्योंकि वह दिन न आएगा, जब तक धर्म का त्याग न हो ले, और वह पाप का पुरूष अर्थात् विनाश का पुत्रा प्रगट न हो।
1 राजाओं 14:16, भजन संहिता 109:7

3. কেহ কোন মতে যেন তোমাদিগকে না ভুলায়; কেননা প্রথমে সেই ধর্ম্ম-ভ্রষ্টতা উপস্থিত হইবে, এবং সেই পাপপুরুষ, সেই বিনাশ-সন্তান, প্রকাশ পাইবে,

4. जो विरोध करता है, और हर एक से जो परमेश्वर, या पूज्य कहलाता है, अपने आप को बड़ा ठहराता है, यहां तक कि वह परमेश्वर के मन्दिर में बैठकर अपने आप को परमेश्वर प्रगट करता है।
यहेजकेल 28:2, दानिय्येल 11:36-37

4. যে প্রতিরোধী হইবে ও ‘ঈশ্বর’ নামে আখ্যাত বা পূজ্য সকলের হইতে আপনাকে বড় করিবে, এমন কি, ঈশ্বরের মন্দিরে বসিয়া আপনাকে ঈশ্বর বলিয়া দেখাইবে।

5. क्या तुम्हें स्मरण नहीं, कि जब मैं तुम्हारे यहां था, तो तुम से ये बातें कहा करता था?

5. তোমাদের কি মনে পড়ে না, আমি পূর্ব্বে যখন তোমাদের কাছে ছিলাম, তখন তোমাদিগকে এই সকল বলিয়াছিলাম?

6. और अब तुम उस वस्तु को जानते हो, जो उसे रोक रही है, कि वह अपने ही समय में प्रगट हो।

6. আর সে যেন স্বসময়ে প্রকাশ পায়, এই জন্য কিসে তাহাকে বাধা দিয়া রাখিতেছে, তাহা তোমরা জান।

7. क्योंकि अधर्म का भेद अब भी कारर्य करता जाता है, पर अभी एक रोकनेवाला है, और जब तक वह दूर न हो जाए, वह रोके रहेगा।

7. কারণ অধর্ম্মের নিগূঢ়তত্ত্ব এখনই কার্য্য সাধন করিতেছে; কেবল এখন এক জন যে পর্য্যন্ত সে দূরীভূত না হয়, বাধা দিয়া রাখিতেছে।

8. तब वह अधर्मी प्रगट होगा, जिसे प्रभु यीशु अपने मुंह को फंूक से मार डालेगा, और अपने आगमन के तेज से भस्म करेगा।
अय्यूब 4:9, यशायाह 11:4

8. আর তখন সেই অধর্ম্মী প্রকাশ পাইবে, যাহাকে প্রভু যীশু আপন মুখের নিশ্বাস দ্বারা সংহার করিবেন, ও আপন আগমনের প্রকাশ দ্বারা লোপ করিবেন।

9. उस अधर्मी का आना शैतान के कारर्य के अनुसार सब प्रकार की झूठी सामर्थ, और चिन्ह, और अद्भुत काम के साथ।

9. সেই ব্যক্তির আগমন শয়তানের কার্য্যসাধন অনুসারে মিথ্যার সমস্ত পরাক্রম ও নানা চিহ্ন ও অদ্ভুত লক্ষণ সহকারে হইবে,

10. और नाश होनेवालों के लिये अधर्म के सब प्रकार के धोखे के साथ होगा; क्योंकि उन्होंने सत्य के प्रेम को ग्रहण नहीं किया जिस से उन का उद्धार होता।

10. এবং যাহারা বিনাশ পাইতেছে, তাহাদের সম্বন্ধে অধার্ম্মিকতার সমস্ত প্রতারণা সহকারে হইবে; কারণ তাহারা পরিত্রাণ পাইবার নিমিত্ত সত্যের প্রেম গ্রহণ করে নাই।

11. और इसी कारण परमेश्वर उन में एक भटका देनेवाली सामर्थ को भेजेगा ताकि वे झूठ की प्रतीति करें।

11. আর সেই জন্য ঈশ্বর তাহাদের কাছে ভ্রান্তির কার্য্যসাধন পাঠান, যাহাতে তাহারা সেই মিথ্যায় বিশ্বাস করিবে;

12. और जितने लोग सत्य की प्रतीति नहीं करते, वरन अधर्म से प्रसन्न होते हैं, सब दण्ड पाएं।।

12. যেন সেই সকলের বিচার হয়, যাহারা সত্যে বিশ্বাস করিত না, কিন্তু অধার্ম্মিকতায় প্রীত হইত।

13. पर हे भाइयो, और प्रभु के प्रिय लोगो चाहिये कि हम तुम्हारे विषय में सदा परमेश्वर का धन्यवाद करते रहें, कि परमेश्वर ने आदि से तुम्हें चुन लिया; कि आत्मा के द्वारा पवित्रा बनकर, और सत्य की प्रतीति करके उद्धार पाओ।
व्यवस्थाविवरण 33:12, गिनती 23:19

13. কিন্তু, হে ভ্রাতৃগণ, প্রভুর প্রিয়তমেরা, আমরা তোমাদের নিমিত্ত সর্ব্বদা ঈশ্বরকে ধন্যবাদ দিতে বাধ্য; কেননা ঈশ্বর আদি হইতে তোমাদিগকে আত্মার পবিত্রতাপ্রদানে ও সত্যের বিশ্বাসে পরিত্রাণের জন্য মনোনীত করিয়াছেন;

14. जिस के लिये उस ने तुम्हें हमारे सुसमाचार के द्वारा बुलाया, कि तुम हमारे प्रभु यीशु मसीह की महिमा को प्राप्त करो।

14. এবং সেই অভিপ্রায়ে আমাদের সুসমাচার দ্বারা তোমাদিগকে আহ্বানও করিয়াছেন, যেন তোমরা আমাদের প্রভু যীশু খ্রীষ্টের প্রতাপ লাভ করিতে পার।

15. इसलिये, ये भाइयों, स्थिर; और जो जो बातें तुम ने क्या वचन, क्या पत्री के द्वारा हम से सीखी है, उन्हें थामे रहो।।

15. অতএব, হে ভ্রাতৃগণ, স্থির থাক, এবং আমাদের বাক্য অথবা পত্র দ্বারা যে সকল শিক্ষা পাইয়াছ, তাহা ধরিয়া রাখ।

16. हमारा प्रभु यीशु मसीह आप ही, और हमारा पिता परमेश्वर जिस ने हम से प्रेम रखा, और अनुग्रह से अनन्त शान्ति और उत्तम आशा दी है।

16. আর আমাদের প্রভু যীশু খ্রীষ্ট আপনি, ও আমাদের পিতা ঈশ্বর, যিনি আমাদিগকে প্রেম করিয়াছেন, এবং অনুগ্রহ দ্বারা অনন্তকালস্থায়ী সান্ত্বনা ও উত্তম প্রত্যাশা দিয়াছেন,

17. तुम्हारे मनों में शान्ति दे, और तुम्हें हर एक अच्छे काम, और वचन में दृढ़ करे।।

17. তিনি তোমাদের হৃদয়কে সান্ত্বনা দিউন, এবং সমস্ত উত্তম কার্য্যে ও বাক্যে সুস্থির করুন।



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