29. हे इस्राएल, तू क्या ही धन्य है! हे यहोवा से उद्धार पाई हुई प्रजा, तेरे तुल्य कौन है? वह तो तेरी सहायता के लिये ढाल, और तेरे प्रताप के लिये तलवार है; तेरे शत्रु तुझे सराहेंगे, और तू उनके ऊंचे स्थानों को रौंदेगा।।
29. Happy art thou, Israel! Who is like unto thee, a people saved by Jehovah, The shield of thy help, And the sword of thine excellency? And thine enemies shall come cringing to thee; And thou shalt tread upon their high places.