18. सब पवित्रा लागों के साथ भली भांति समझने की शक्ति पाओ; कि उसकी चौड़ाई, और लम्बाई, और ऊंचाई, और गहराई कितनी है।
18. That ye, being rooted and grounded in loue, may be able to comprehend with al Saints, what is the breadth, and length, and depth, and height: