3. सवार चढ़ाई करते, तलवारें और भाले बिजली की नाईं चमकते हैं, मारे हुओं की बहुतायत और लोथों का बड़ा ढेर है; मुर्दों की कुछ गिनती नहीं, लोग मुर्दों से ठोकर खा खाकर चलते हैं!
3. And the flame of a sword, and the lightning of a spear, And the abundance of the wounded, And the weight of carcases, Yea, there is no end to the bodies, They stumble over their bodies.