21. और यदि कोई किसी अशुद्ध वस्तु को छूकर यहोवा के मेलबलिपशु के मांस में से खाए, तो वह भी अपने लोगों में से नाश किया जाए, चाहे वह मनुष्य की कोई अशुद्ध वस्तु वा अशुद्ध पशु वा कोई भी अशुद्ध और घृणित वस्तु हो।।
21. And when any one shall touch any unclean thing, the uncleanness of man, or an unclean beast, or any unclean abomination, and eat of the flesh of the sacrifice of peace-offerings, which pertain unto Jehovah, that soul shall be cut off from his people.