13. वे मेरे लिये बलिदान तो करते हैं, और पशु बलि भी करते हैं, परन्तु उसका फल मांस ही है; वे आप ही उसे खाते हैं; परन्तु यहोवा उन से प्रसन्न नहीं होता। अब वह उनके अधर्म की सुधि लेकर उनके पाप का दण्ड देगा; वे मि में लौट जाएंगे।
13. They shall offer victims, they shall sacrifice flesh, and shall eat it, and the Lord will not receive them: now will he remember their iniquity, and will visit their sins: they shall return to Egypt.