9. जब साधारण लोग नियत समयों में यहोवा के साम्हने दण्डवत् करने आएं, तब जो उत्तरी फाटक से होकर दण्डवत् करने को भीतर आए, वह दक्खिनी फाटक से होकर निकले, और जो दक्खिनी फाटक से होकर भीतर आए, वह उत्तरी फाटक से होकर निकले, अर्थात् जो जिस फाटक से भीतर आया हो, वह उसी फाटक से न लौटे, अपने साम्हने ही निकल जाए।
9. But when the people of the land shall come before the LORD in the solemn feasts, he that enters in by the way of the north gate [to worship] shall go out by the way of the south gate; and he that enters by the way of the south gate shall go forth by the way of the north gate; he shall not return by the way of the gate by which he came in, but shall go forth opposite it.