12. परदेशी, जो जातियों में भयानक लोग हैं, वे उसको काटकर छोड़ देंगे, उसकी डालियां पहाड़ों पर, और सब तराइयों में गिराई जाएंगी, और उसकी शाखाएं देश के सब नालों में टूटी पड़ी रहेंगी, और जाति जाति के सब लोग उसकी छाया को छोड़कर चले जाएंगे।
12. Foreigners, ruthless men from the nations, cut it down and left it lying. Its limbs fell on the mountains and in every valley; its boughs lay broken in all the earth's ravines. All the peoples of the earth left its shade and abandoned it.