2. और यरूशलेम में पुकारकर यह सुना दे, यहोवा यह कहता है, तेरी जवानी का स्नेह और तेरे विवाह के समय का प्रेम मुझे स्मरण आता है कि तू कैसे जंगल में मेरे पीछे पीछे चली जहां भूमि जोती- बोई न गई थी।
2. Go, and cry in the ears of Jerusalem, saying: Thus saith the Lord: I have remembered thee, pitying thy soul, pitying thy youth, and the love of thy espousals, when thou followedst me in the desert, in a land that is not sown.