16. और उसके बचे हुए भाग को लेकर वह एक देवता अर्थात् एक मूरत उसका एक भाग तो वह आग में जलाता और दूसरे भाग से मांस पकाकर खाता है, वह मांस भूनकर तृप्त होता; फिर तपाकर कहता है, अहा, मैं गर्म हो गया, मैं ने आग देखी है!
16. Half of it he burns in the fire, and with half of it he bakes loaves on the coals; and having roasted flesh on it he eats, and is satisfied, and having warmed himself he says, I am comfortable, for I have warmed myself, and have seen the fire.