22. क्या स्त्री, क्या पुरूष, जितनों के मन में ऐसी इच्छा उत्पन्न हुई भी वे सब जुगनू, नथुनी, मुंदरी, और कंगन आदि सोने के गहने ले आने लगे, इस भंाति जितने मनुष्य यहोवा के लिये सोने की भेंट के देनेवाले थे वे सब उनको ले आए।
22. পুরুষ ও স্ত্রী যত লোক মনে ইচ্ছুক হইল, তাহারা সকলে আসিয়া বলয়, কুণ্ডল, অঙ্গুরীয়ক ও হার, স্বর্ণময় সর্ব্বপ্রকার অলঙ্কার আনিল। যে কেহ সদাপ্রভুর উদ্দেশে স্বর্ণের উপহার আনিতে চাহিল, সে আনিল।