Exodus - निर्गमन 34 | View All

1. फिर यहोवा ने मूसा से कहा, पहिली तख्तियों के समान पत्थर की दो और तख्तियां गढ़ ले; तब जो वचन उन पहिली तख्तियों पर लिखे थे, जिन्हें तू ने तोड़ डाला, वे ही वचन मैं उन तख्तियों पर भी लिखूंगा।
2 कुरिन्थियों 3:3

1. And Yahweh said to Moses, Cut for yourself two tables of stone like the first ones: and I will write on the tables the words that were on the first tables, which you broke.

2. और बिहान को तैयार रहना, और भोर को सीनै पर्वत पर चढ़कर उसकी चोटी पर मेरे साम्हने खड़ा होना।

2. And be ready by the morning, and come up in the morning to mount Sinai, and present yourself there to me on the top of the mount.

3. और तेरे संग कोई न चढ़ पाए, वरन पर्वत भर पर कोई मनुष्य कहीं दिखाई न दे; और न भेड़- बकरी और गाय- बैल भी पर्वत के आगे चरते पाएं।

3. And no man will come up with you; neither let any man be seen throughout all the mount; neither let the flocks nor herds feed before that mount.

4. तब मूसा ने पहिली तख्तियों के समान दो और तख्तियां गढ़ी; और बिहान को सवेरे उठकर अपने हाथ में पत्थर की वे दोनों तख्तियां लेकर यहोवा की आज्ञा के अनुसार पर्वत पर चढ़ गया।

4. And he cut two tables of stone like the first; and Moses rose up early in the morning, and went up to mount Sinai, as Yahweh had commanded him, and took in his hand two tables of stone.

5. तब यहोवा ने बादल में उतरके उसके संग वहां खड़ा होकर यहोवा नाम का प्रचार किया।

5. And Yahweh descended in the cloud, and stood with him there, and proclaimed the name of Yahweh.

6. और यहोवा उसके साम्हने होकर यों प्रचार करता हुआ चला, कि यहोवा, यहोवा, ईश्वर दयालु और अनुग्रहकारी, कोप करने में धीरजवन्त, और अति करूणामय और सत्य,
याकूब 5:11

6. And Yahweh passed by before him, and proclaimed, Yahweh, Yahweh God, merciful and gracious, slow to anger, and abundant in loving-kindness and truth,

7. हजारों पीढ़ियों तब निरन्तर करूणा करनेवाला, अधर्म और अपराध और पाप का क्षमा करनेवाला है, परन्तु दोषी को वह किसी प्रकार निर्दोष न ठहराएगा, वह पितरों के अधर्म का दण्ड उनके बेटों वरन पोतों और परपोतों को भी देनेवाला है।

7. keeping loving-kindness for thousands, forgiving iniquity and transgression and sin; and that will by no means leave unpunished [the guilty], visiting the iniquity of the fathers on the sons, and on the sons of the sons, on the third and on the fourth generation.

8. तब मूसा ने फुर्ती कर पृथ्वी की ओर झुककर दण्डवत् की।

8. And Moses hurried, and bowed his head toward the earth, and worshiped.

9. और उस ने कहा, हे प्रभु, यदि तेरे अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर हो तो प्रभु, हम लोगों के बीच में होकर चले, ये लोग हठीले तो हैं, तौभी हमारे अधर्म और पाप को क्षमा कर, और हमें अपना निज भाग मानके ग्रहण कर।

9. And he said, If now I have found favor in your sight, O Lord, let the Lord, I pray you, go in the midst of us; for it is a stiff-necked people; and pardon our iniquity and our sin, and take us for your inheritance.

10. उस ने कहा, सुन, मैं एक वाचा बान्धता हूं। तेरे सब लोगों के साम्हने मैं ऐसे आश्चर्य कर्म करूंगा जैसा पृथ्वी पर और सब जातियों में कभी नहीं हुए; और वे सारे लोग जिनके बीच तू रहता है यहोवा के कार्य को देखेंगे; क्योंकि जो मैं तुम लोगों से करने पर हूं वह भय योग्य काम है।
प्रकाशितवाक्य 15:3

10. And he said, Look, I make a covenant: before all your people I will do marvels, such as haven't been wrought in all the earth, nor in any nation; and all the people among which you are will see the work of Yahweh; for it is an awesome thing that I do with you.

11. जो आज्ञा मैं आज तुम्हें देता हूं उसे तुम लोग मानना। देखो, मैं तुम्हारे आगे से एमोरी, कनानी, हित्ती, परिज्जी, हिब्बी, और यबूसी लोगों को निकालता हूं।

11. You observe that which I command you this day: look, I drive out before you the Amorite, and the Canaanite, and the Hittite, and the Perizzite, and the Hivite, and the Jebusite.

12. इसलिये सावधान रहना कि जिस देश में तू जानेवाला है उसके निवासियों से वाचा न बान्धना; कहीं ऐसा न हो कि वह तेरे लिये फंदा ठहरे।

12. You be careful not to make a covenant with the inhabitants of the land where you go, or else it will be for a snare in the midst of you.

13. वरन उनकी वेदियों को गिरा देना, उनकी लाठों को तोड़ डालना, और उनकी अशेरा नाम मूर्तियों को काट डालना;

13. But you+ will break down their altars, and dash in pieces their pillars, and you+ will cut down their Asherim.

14. क्योंकि तुम्हें किसी दूसरे को ईश्वर करके दण्डवत् करने की आज्ञा नहीं, क्योंकि यहोवा जिसका नाम जलनशील है, वह जल उठनेवाला ईश्वर है ही,

14. For you will worship no other god. For Yahweh, whose name is Jealous, is a jealous God.

15. ऐसा न हो कि तू उस देश के निवासियों से वाचा बान्धे, और वे अपने देवताओं के पीछे होने का व्यभिचार करें, और उनके लिये बलिदान भी करें, और कोई तुझे नेवता दे और तू भी उसके बलिपशु का प्रसाद खाए,

15. Or else, if you make a covenant with the inhabitants of the land, who prostitute after their gods and sacrifice to their gods, they will call you. And you will eat of their sacrifice.

16. और तू उनकी बेटियों को अपने बेटों के लिये लावे, और उनकी बेटियां जो आप अपने देवताओं के पीछे होने का व्यभिचार करती है तेरे बेटों से भी अपने देवताओं के पीछे होने को व्यभिचार करवाएं।

16. And when you take of their daughters--who prostitute after their gods--to your sons, then their daughters will make your sons prostitute after their gods.

17. तुम देवताओं की मूत्तियां ढालकर न बना लेना।

17. You will make yourself no molten gods.

18. अखमीरी रोटी का पर्ब्ब मानना। उस में मेरी आज्ञा के अनुसार आबीब महीने के नियत समय पर सात दिन तक अखमीरी रोटी खाया करना; क्योंकि तू मि से आबीब महीने में निकल आया।

18. The feast of unleavened bread you will keep. Seven days you will eat unleavened bread, as I commanded you, at the time appointed in the month Abib; for in the month Abib you came out from Egypt.

19. हर एक पहिलौठा मेरा है; और क्या बछड़ा, क्या मेम्ना, तेरे पशुओं में से जो नर पहिलौठे हों वे सब मेरे ही हैं।

19. All that opens the womb is mine; and you will separate the males of all your cattle, the firstborns of cow and sheep.

20. और गदही के पहिलौठे की सन्ती मेम्ना देकर उसको छुड़ाना, यदि तू उसे छुड़ाना न चाहे तो उसकी गर्दन तोड़ देना। परन्तु अपने सब पहिलौठे बेटों को बदला देकर छुड़ाना। मुझे कोई छूछे हाथ अपना मुंह न दिखाए।

20. And the firstborn of a donkey you will redeem with a lamb: and if you will not redeem, then you will break its neck. All the firstborn of your sons you will redeem. And none will appear before me empty.

21. छ: दिन तो परिश्रम करना, परन्तु सातवें दिन विश्राम करना; वरन हल जोतने और लवने के समय में भी विश्राम करना।

21. Six days you will work, but on the seventh day you will rest: in plowing time and in harvest you will rest.

22. और तू अठवारों का पर्ब्ब मानना जो पहिले लवे हुए गेहूं का पर्ब्ब कहलाता है, और वर्ष के अन्त में बटोरन का भी पर्ब्ब मानना।

22. And you will observe the feast of weeks, [even] of the first fruits of wheat harvest, and the feast of ingathering at the year's end.

23. वर्ष में तीन बार तेरे सब पुरूष इस्त्राएल के परमेश्वर प्रभु यहोवा को अपने मुंह दिखाएं।

23. Three times in the year will all your males appear before the Sovereign Yahweh, the God of Israel.

24. मैं तो अन्यजातियों को तेरे आगे से निकालकर तेरे सिवानों को बढ़ाऊंगा; और जब तू अपने परमेश्वर यहोवा को अपना मुंह दिखाने के लिये वर्ष में तीन बार आया करे, तब कोई तेरी भूमि का लालच न करेगा।

24. For I will cast out nations before you, and enlarge your borders: neither will any man desire your land, when you go up to see the face of Yahweh your God three times in the year.

25. मेरे बलिदान के लोहू को खमीर सहित न चढ़ाना, और न फसह के पर्ब्ब के बलिदान में से कुछ बिहान तक रहने देना।

25. You will not offer the blood of my sacrifice with leavened bread; neither will the sacrifice of the feast of the Passover be left to the morning.

26. अपनी भूमि की पहिली उपज का पहिला भाग अपने परमेश्वर यहोवा के भवन में ले आना। बकरी के बच्चे को उसकी मां के दूध में ने सिझाना।

26. The first of the first fruits of your ground you will bring to the house of Yahweh your God. You will not boil a young goat in its mother's milk.

27. और यहोवा ने मूसा से कहा, ये वचन लिख ले; क्योंकि इन्हीं वचनों के अनुसार मैं तेरे और इस्त्राएल के साथ वाचा बान्धता हूं।

27. And Yahweh said to Moses, You write these words: for after the tenor of these words I have made a covenant with you and with Israel.

28. मूसा तो वहां यहोवा के संग चालीस दिन और रात रहा; और तब तक न तो उस ने रोटी खाई और न पानी पिया। और उस ने उन तख्तियों पर वाचा के वचन अर्थात् दस आज्ञाएं लिख दीं।।
मत्ती 4:2, यूहन्ना 1:17

28. And he was there with Yahweh forty days and forty nights; he neither ate bread, nor drank water. And he wrote on the tables the words of the covenant, the ten commandments.

29. जब मूसा साक्षी की दोनों तख्तियां हाथ में लिये हुए सीनै पर्वत से उतरा आता था तब यहोवा के साथ बातें करने के कारण उसके चेहरे से किरणें निकल रही थी।, परन्तु वह यह नहीं जानता था कि उसके चेहरे से किरणें निकल रही हैं।
2 कुरिन्थियों 3:7-10

29. And it came to pass, when Moses came down from mount Sinai with the two tables of the testimony in Moses' hand, when he came down from the mount, that Moses didn't know that the skin of his face shone by reason of his speaking with him.

30. जब हारून और सब इस्त्राएलियों ने मूसा को देखा कि उसके चेहरे से किरणें निकलती हैं, तब वे उसके पास जाने से डर गए।
2 कुरिन्थियों 3:7-10

30. And when Aaron and all the sons of Israel saw Moses, look, the skin of his face shone; and they were afraid to come near him.

31. तब मूसा ने उनको बुलाया; और हारून मण्डली के सारे प्रधानों समेत उसके पास आया, और मूसा उन से बातें करने लगा।

31. And Moses called to them; and Aaron and all the rulers of the congregation returned to him: and Moses spoke to them.

32. इसके बाद सब इस्त्राएली पास आए, और जितनी आज्ञाएं यहोवा ने सीनै पर्वत पर उसके साथ बात करने के समय दी थीं, वे सब उस ने उन्हें बताईं।

32. And afterward all the sons of Israel came near: and he gave them in commandment all that Yahweh had spoken with him in mount Sinai.

33. जब तक मूसा उन से बात न कर चुका तब तक अपने मुंह पर ओढ़ना डाले रहा।
2 कुरिन्थियों 3:13

33. And when Moses had done speaking with them, he put a veil on his face.

34. और जब जब मूसा भीतर यहोवा से बात करने को उसके साम्हने जाता तब तब वह उस ओढ़नी को निकलते समय तक उतारे हुए रहता था; फिर बाहर आकर जो जो आज्ञा उसे मिलती उन्हें इस्त्राएलियों से कह देता था।
2 कुरिन्थियों 3:7-16

34. But when Moses went in before Yahweh to speak with him, he took the veil off, until he came out; and he came out, and spoke to the sons of Israel that which he was commanded.

35. सो इस्त्राएली मूसा का चेहरा देखते थे कि उस से किरणें निकलती हैं; और जब तक वह यहोवा से बात करने को भीतर न जाता तब तक वह उस ओढ़नी को डाले रहता था।।
2 कुरिन्थियों 3:13

35. And the sons of Israel saw the face of Moses, that the skin of Moses' face shone: and Moses put the veil on his face again, until he went in to speak with him.



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