11. आज ही अनको उनके खेत, और दाख, और जलपाई की बारियां, और घर फेर दो; और जो रूपया, अन्न, नया दाखमधु, और टटका तेल तुम उन से ले लेते हो, उसका सौवां भाग फेर दो?
11. Restore, I pray you, vnto them this day their landes, their vineyardes, their oliues, and their houses, and remit the hundreth part of the siluer and of the corne, of the wine, and of the oyle that ye exact of them.