17. तब दाऊद ने परमेश्वर से कहा, जिस ने प्रजा की गिनती लेने की आज्ञा दी थी, वह क्या मैं नहीं हूँ? हां, जिस ने पाप किया और बहुत बुराई की है, वह तो मैं ही हूँ। परन्तु इन भेड़- बकरियों ने क्या किया है? इसलिये हे मेरे परमेश्वर यहोवा ! तेरा हाथ मेरे पिता के घराने के विरूद्ध हो, परन्तु तेरी प्रजा के विरूद्ध न हो, कि वे मारे जाएं।
17. And David said to God, Is it not I who commanded the people to be numbered? Even I it is who have sinned and done very badly. But these sheep, what have they done? Let thy hand, I pray thee, O LORD my God, be against me, and against my father's house, but not against thy people, that they should be plagued.