27. वह पहाड़ पर परमेश्वर के भक्त के पास पहुंची, और उसके पांव पकड़ने लगी, तब गेहजी उसके पास गया, कि उसे धक्का देकर हटाए, परन्तु परमेश्वर के भक्त ने कहा, उसे छोड़ दे, उसका मन रयाकुल है; परन्तु यहोवा ने मुझ को नहीं बताया, छिपा ही रखा है।
27. And when shee came to the man of God vnto the moutaine, she caught him by his feete: and Gehazi went to her, to thrust her away: but the man of God said, Let her alone: for her soule is vexed within her, and the Lord hath hid it from me, and hath not told it mee.