Genesis - उत्पत्ति 24 | View All

1. इब्राहीम वृद्ध था और उसकी आयु बहुत भी और यहोवा ने सब बातों में उसको आशीष दी थी।

1. Now Abraham was old, well advanced in years; and the LORD had blessed Abraham in all things.

2. सो इब्राहीम ने अपने उस दास से, जो उसके घर में पुरनिया और उसकी सारी सम्पत्ति पर अधिकारी था, कहा, अपना हाथ मेरी जांघ के नीचे रख :

2. Abraham said to his servant, the oldest of his house, who had charge of all that he had, Put your hand under my thigh

3. और मुझ से आकाश और पृथ्वी के परमेश्वर यहोवा की इस विषय में शपथ खा, कि तू मेरे पुत्रा के लिये कनानियों की लड़कियों मे से जिनके बीच मैं रहता हूं, किसी को न ले आएगा।

3. and I will make you swear by the LORD, the God of heaven and earth, that you will not get a wife for my son from the daughters of the Canaanites, among whom I live,

4. परन्तु तू मेरे देश में मेरे ही कुटुम्बियों के पास जाकर मेरे पुत्रा इसहाक के लिये एक पत्नी ले आएगा।

4. but will go to my country and to my kindred and get a wife for my son Isaac.

5. दास ने उस से कहा, कदाचित् वह स्त्री इस देश में मेरे साथ आना न चाहे; तो क्या मुझे तेरे पुत्रा को उस देश में जहां से तू आया है ले जाना पड़ेगा ?

5. The servant said to him, Perhaps the woman may not be willing to follow me to this land; must I then take your son back to the land from which you came?

6. इब्राहीम ने उस से कहा, चौकस रह, मेरे पुत्रा को वहां कभी न ले जाना।

6. Abraham said to him, See to it that you do not take my son back there.

7. स्वर्ग का परमेश्वर यहोवा, जिस ने मुझे मेरे पिता के घर से और मेरी जन्मभूमि से ले आकर मुझ से शपथ खाकर कहा, कि मैं यह देश तेरे वंश को दूंगा; वही अपना दूत तेरे आगे आगे भेजेगा, कि तू मेरे पुत्रा के लिये वहां से एक स्त्री ले आए।
प्रेरितों के काम 7:5, गलातियों 3:16

7. The LORD, the God of heaven, who took me from my father's house and from the land of my birth, and who spoke to me and swore to me, 'To your offspring I will give this land,' he will send his angel before you, and you shall take a wife for my son from there.

8. और यदि वह स्त्री तेरे साथ आना न चाहे तब तो तू मेरी इस शपथ से छूट जाएगा : पर मेरे पुत्रा को वहां न ले जाना।

8. But if the woman is not willing to follow you, then you will be free from this oath of mine; only you must not take my son back there.

9. तब उस दास ने अपने स्वामी इब्राहीम की जांघ के नीचे अपना हाथ रखकर उस से इसी विषय की शपथ खाई।

9. So the servant put his hand under the thigh of Abraham his master and swore to him concerning this matter.

10. तब वह दास अपने स्वामी के ऊंटो में से दस ऊंट छंाटकर उसके सब उत्तम उत्तम पदार्थों में से कुछ कुछ लेकर चला : और मसोपोटामिया में नाहोर के नगर के पास पहुंचा।

10. Then the servant took ten of his master's camels and departed, taking all kinds of choice gifts from his master; and he set out and went to Aram-naharaim, to the city of Nahor.

11. और उस ने ऊंटों को नगर के बाहर एक कुएं के पास बैठाया, वह संध्या का समय था, जिस समय स्त्रियां जल भरने के लिये निकलती है।

11. He made the camels kneel down outside the city by the well of water; it was toward evening, the time when women go out to draw water.

12. सो वह कहने लगा, हे मेरे स्वामी इब्राहीम के परमेश्वर, यहोवा, आज मेरे कार्य को सिद्ध कर, और मेरे स्वामी इब्राहीम पर करूणा कर।

12. And he said, O LORD, God of my master Abraham, please grant me success today and show steadfast love to my master Abraham.

13. देख मैं जल के इस सोते के पास खड़ा हूं; और नगरवासियों की बेटियों जल भरने के लिये निकली आती हैं :

13. I am standing here by the spring of water, and the daughters of the townspeople are coming out to draw water.

14. सो ऐसा होने दे, कि जिस कन्या से मैं कहूं, कि अपना घड़ा मेरी ओर झुका, कि मैं पीऊं; और वह कहे, कि ले, पी ले, पीछे मैं तेरे ऊंटो को भी पीलाऊंगी : सो वही हो जिसे तू ने अपने दास इसहाक के लिये ठहराया हो; इसी रीति मैं जान लूंगा कि तू ने मेरे स्वामी पर करूणा की है।

14. Let the girl to whom I shall say, 'Please offer your jar that I may drink,' and who shall say, 'Drink, and I will water your camels'-- let her be the one whom you have appointed for your servant Isaac. By this I shall know that you have shown steadfast love to my master.

15. और ऐसा हुआ कि जब वह कह ही रहा था कि रिबका, जो इब्राहीम के भाई नाहोर के जन्माये मिल्का के पुत्रा, बतूएल की बेटी थी, वह कन्धे पर घड़ा लिये हुए आई।

15. Before he had finished speaking, there was Rebekah, who was born to Bethuel son of Milcah, the wife of Nahor, Abraham's brother, coming out with her water jar on her shoulder.

16. वह अति सुन्दर, और कुमारी थी, और किसी पुरूष का मुंह न देखा था : वह कुएं में सोते के पास उतर गई, और अपना घड़ा भर के फिर ऊपर आई।

16. The girl was very fair to look upon, a virgin, whom no man had known. She went down to the spring, filled her jar, and came up.

17. तब वह दास उस से भेंट करने को दौड़ा, और कहा, अपने घड़े मे से थोड़ा पानी मुझे पिला दे।

17. Then the servant ran to meet her and said, Please let me sip a little water from your jar.

18. उस ने कहा, हे मेरे प्रभु, ले, पी ले: और उस ने फुर्ती से घड़ा उतारकर हाथ में लिये लिये उसको पिला दिया।

18. Drink, my lord, she said, and quickly lowered her jar upon her hand and gave him a drink.

19. जब वह उसको पिला चुकी, तक कहा, मैं तेरे ऊंटों के लिये भी तब तक पानी भर भर लाऊंगी, जब तक वे पी न चुकें।

19. When she had finished giving him a drink, she said, I will draw for your camels also, until they have finished drinking.

20. तब वह फुर्ती से अपने घड़े का जल हौदे में उण्डेलकर फिर कुएं पर भरने को दौड़ गई; और उसके सब ऊंटों के लिये पानी भर दिया।

20. So she quickly emptied her jar into the trough and ran again to the well to draw, and she drew for all his camels.

21. और वह पुरूष उसकी ओर चुपचाप अचम्भे के साथ ताकता हुआ यह सोचता था, कि यहोवा ने मेरी यात्रा को सुफल किया है कि नहीं।

21. The man gazed at her in silence to learn whether or not the LORD had made his journey successful.

22. जब ऊंट पी चुके, तब उस पुरूष ने आध तोले सोने का एक नत्थ निकालकर उसको दिया, और दस तोले सोने के कंगन उसके हाथों में पहिना दिए;

22. When the camels had finished drinking, the man took a gold nose-ring weighing a half shekel, and two bracelets for her arms weighing ten gold shekels,

23. और पूछा, तू किस की बेटी है? यह मुझ को बता दे। क्या तेरे पिता के घर में हमारे टिकने के लिये स्थान है ?

23. and said, Tell me whose daughter you are. Is there room in your father's house for us to spend the night?

24. उस ने उत्तर दिया, मैं तो नाहोर के जन्माए मिल्का के पुत्रा बतूएल की बेटी हूं।

24. She said to him, I am the daughter of Bethuel son of Milcah, whom she bore to Nahor.

25. फिर उस ने उस से कहा, हमारे वहां पुआल और चारा बहुत है, और टिकने के लिये स्थान भी है।

25. She added, We have plenty of straw and fodder and a place to spend the night.

26. तब उस पुरूष ने सिर झुकाकर यहोवा को दण्डवत् करके कहा,

26. The man bowed his head and worshiped the LORD

27. धन्य है मेरे स्वामी इब्राहीम का परमेश्वर यहोवा, कि उस ने अपनी करूणा और सच्चाई को मेरे स्वामी पर से हटा नहीं लिया : यहोवा ने मुझ को ठीक मार्ग पर चलाकर मेरे स्वामी के भाई बन्धुओं के घर पर पहुचा दिया है।

27. and said, Blessed be the LORD, the God of my master Abraham, who has not forsaken his steadfast love and his faithfulness toward my master. As for me, the LORD has led me on the way to the house of my master's kin.

28. और उस क्न्या ने दौड़कर अपनी माता के घर में यह सारा वृत्तान्त कह सुनाया।

28. Then the girl ran and told her mother's household about these things.

29. तब लाबान जो रिबका का भाई था, सो बाहर कुएं के निकट उस पुरूष के पास दौड़ा गया।

29. Rebekah had a brother whose name was Laban; and Laban ran out to the man, to the spring.

30. और ऐसा हुआ कि जब उस ने वह नत्थ और अपनी बहिन रिबका के हाथों में वे कंगन भी देखे, और उसकी यह बात भी सुनी, कि उस पुरूष ने मुझ से ऐसी बातें कहीं; तब वह उस पुरूष के पास गया; और क्या देखा, कि वह सोते के निकट ऊंटों के पास खड़ा है।

30. As soon as he had seen the nose-ring, and the bracelets on his sister's arms, and when he heard the words of his sister Rebekah, Thus the man spoke to me, he went to the man; and there he was, standing by the camels at the spring.

31. उस ने कहा, हे यहोवा की ओर से धन्य पुरूष भीतर आ : तू क्यों बाहर खड़ा है ? मैं ने घर को, और ऊंटो के लिये भी स्थान तैयार किया है।

31. He said, Come in, O blessed of the LORD. Why do you stand outside when I have prepared the house and a place for the camels?

32. और वह पुरूष घर में गया; और लाबान ने ऊंटों की काठियां खोलकर पुआल और चारा दिया; और उसके, और उसके संगी जनो के पांव धोने को जल दिया।

32. So the man came into the house; and Laban unloaded the camels, and gave him straw and fodder for the camels, and water to wash his feet and the feet of the men who were with him.

33. तब इब्राहीम के दास के आगे जलपान के लिये कुछ रखा गया : पर उस ने कहा मैं जब तक अपना प्रयोजन न कह दूं, तब तक कुछ न खाऊंगा। लाबान ने कहा, कह दे।

33. Then food was set before him to eat; but he said, I will not eat until I have told my errand. He said, Speak on.

34. तक उस ने कहा, मैं तो इब्राहीम का दास हूं।

34. So he said, I am Abraham's servant.

35. और यहोवा ने मेरे स्वामी को बड़ी आशीष दी है; सो वह महान पुरूष हो गया है; और उस ने उसको भेड़- बकरी, गाय- बैल, सोना- रूपा, दास- दासियां, ऊंट और गदहे दिए है।

35. The LORD has greatly blessed my master, and he has become wealthy; he has given him flocks and herds, silver and gold, male and female slaves, camels and donkeys.

36. और मेरे स्वामी की पत्नी सारा के बुढ़ापे में उस से एक पुत्रा उत्पन्न हुआ है। और उस पुत्रा को इब्राहीम ने अपना सब कुछ दे दिया है।

36. And Sarah my master's wife bore a son to my master when she was old; and he has given him all that he has.

37. और मेरे स्वामी ने मुझे यह शपथ खिलाई, कि मैं उसके पुत्रा के लिये कनानियों की लड़कियों में से जिन के देश में वह रहता है, कोई स्त्री न ले आऊंगा।

37. My master made me swear, saying, 'You shall not take a wife for my son from the daughters of the Canaanites, in whose land I live;

38. मैं उसके पिता के घर, और कुल के लोगों के पास जाकर उसके पुत्रा के लिये एक स्त्री ले आऊंगा।

38. but you shall go to my father's house, to my kindred, and get a wife for my son.'

39. तब मैं ने अपने स्वामी से कहा, कदाचित् वह स्त्री मेरे पीछे न आए।

39. I said to my master, 'Perhaps the woman will not follow me.'

40. तब उस ने मुझ से कहा, यहोवा, जिसके साम्हने मैं चलता आया हूं, वह तेरे संग अपने दूत को भेजकर तेरी यात्रा को सुफल करेगा; सो तू मेरे कुल, और मेरे पिता के घराने में से मेरे पुत्रा के लिये एक स्त्री ले आ सकेगा।

40. But he said to me, 'The LORD, before whom I walk, will send his angel with you and make your way successful. You shall get a wife for my son from my kindred, from my father's house.

41. तू तब ही मेरी इस शपथ से छूटेगा, जब तू मेरे कुल के लोगों के पास पहुंचेगा; अर्थात् यदि वे मुझे कोई स्त्री न दें, तो तू मेरी श्पथ से छूटेगा।

41. Then you will be free from my oath, when you come to my kindred; even if they will not give her to you, you will be free from my oath.'

42. सो मैं आज उस कुएं के निकट आकर कहने लगा, हे मेरे स्वामी इब्राहीम के परमेश्वर यहोवा, यदि तू मेरी इस यात्रा को सुफल करता हो :

42. I came today to the spring, and said, 'O LORD, the God of my master Abraham, if now you will only make successful the way I am going!

43. तो देख मैं जल के इस कुएं के निकट खड़ा हूं; सो ऐसा हो, कि जो कुमारी जल भरने के लिये निकल आए, और मैं उस से कहूं, अपने घड़े में से मुझे थोड़ा पानी पिला;

43. I am standing here by the spring of water; let the young woman who comes out to draw, to whom I shall say, Please give me a little water from your jar to drink,

44. और वह मुझ से कहे, पी ले और मै तेरे ऊंटो के पीने के लिये भी पानी भर दूंगी : वह वही स्त्री हो जिसको तू ने मेरे स्वामी के पुत्रा के लिये ठहराया हो।

44. and who will say to me, Drink, and I will draw for your camels also-- let her be the woman whom the LORD has appointed for my master's son.'

45. मैं मन ही मन यह कह ही रहा था, कि देख रिबका कन्धे पर घड़ा लिये हुए निकल आई; फिर वह सोते के पास उतरके भरने लगी : और मै ने उस से कहा, मुझे पिला दे।

45. Before I had finished speaking in my heart, there was Rebekah coming out with her water jar on her shoulder; and she went down to the spring, and drew. I said to her, 'Please let me drink.'

46. और उस ने फुर्ती से अपने घड़े को कन्धे पर से उतारके कहा, ले, पी ले, पीछे मैं तेरे ऊंटों को भी पिलाऊंगी : सो मैं ने पी लिया, और उस ने ऊंटों को भी पिला दिया।

46. She quickly let down her jar from her shoulder, and said, 'Drink, and I will also water your camels.' So I drank, and she also watered the camels.

47. तब मैं ने उस से पूछा, कि तू किस की बेटी है ? और उस ने कहा, मैं तो नाहोर के जन्माए मिल्का के पुत्रा बतूएल की बेटी हूं : तब मैं ने उसकी नाक में वह नत्थ, और उसके हाथों में वे कंगन पहिना दिए।

47. Then I asked her, 'Whose daughter are you?' She said, 'The daughter of Bethuel, Nahor's son, whom Milcah bore to him.' So I put the ring on her nose, and the bracelets on her arms.

48. फिर मैं ने सिर झुकाकर यहोवा को दण्डवत् किया, और अपने स्वामी इब्राहीम के परमेश्वर यहोवा को धन्य कहा, क्योंकि उस ने मुझे ठीक मार्ग से पहुंचाया कि मै अपने स्वामी के पुत्रा के लिये उसकी भतीजी को ले जाऊं।

48. Then I bowed my head and worshiped the LORD, and blessed the LORD, the God of my master Abraham, who had led me by the right way to obtain the daughter of my master's kinsman for his son.

49. सो अब, यदि तू मेरे स्वामी के साथ कृपा और सच्चाई का व्यवहार करना चाहते हो, तो मुझ से कहो : और यदि नहीं चाहते हो, तौभी मुझ से कह दो; ताकि मैं दाहिनी ओर, वा बाईं ओर फिर जाऊं।

49. Now then, if you will deal loyally and truly with my master, tell me; and if not, tell me, so that I may turn either to the right hand or to the left.

50. तब लाबान और बतूएल ने उत्तर दिया, यह बात यहोवा की ओर से हुई है : सो हम लोग तुझ से न तो भला कह सकते हैं न बुरा।

50. Then Laban and Bethuel answered, The thing comes from the LORD; we cannot speak to you anything bad or good.

51. देख, रिबका तेरे साम्हने है, उसको ले जा, और वह यहोवा के वचन के अनुसार, तेरे स्वामी के पुत्रा की पत्नी हो जाए।

51. Look, Rebekah is before you, take her and go, and let her be the wife of your master's son, as the LORD has spoken.

52. उनका यह वचन सुनकर, इब्राहीम के दास ने भूमि पर गिरके यहोवा को दण्डवत् किया।

52. When Abraham's servant heard their words, he bowed himself to the ground before the LORD.

53. फिर उस दास ने सोने और रूपे के गहने, और वस्त्रा निकालकर रिबका को दिए : और उसके भाई और माता को भी उस ने अनमोल अनमोल वस्तुएं दी।

53. And the servant brought out jewelry of silver and of gold, and garments, and gave them to Rebekah; he also gave to her brother and to her mother costly ornaments.

54. तब उस ने अपने संगी जनों समेत भोजन किया, और रात वहीं बिताई : और तड़के उठकर कहा, मुझ को अपने स्वामी के पास जाने के लिये विदा करो।

54. Then he and the men who were with him ate and drank, and they spent the night there. When they rose in the morning, he said, Send me back to my master.

55. रिबका के भाई और माता ने कहा, कन्या को हमारे पास कुछ दिन, अर्थात् कम से कम दस दिन रहने दे; फिर उसके पश्चात् वह चली जाएगी।

55. Her brother and her mother said, Let the girl remain with us a while, at least ten days; after that she may go.

56. उस ने उन से कहा, यहोवा ने जो मेरी यात्रा को सुफल किया है; सो तुम मुझे मत रोको अब मुझे विदा कर दो, कि मैं अपने स्वामी के पास जाऊं।

56. But he said to them, Do not delay me, since the LORD has made my journey successful; let me go that I may go to my master.

57. उन्हों ने कहा, हम कन्या को बुलाकर पूछते हैं, और देखेंगे, कि वह क्या कहती है।

57. They said, We will call the girl, and ask her.

58. सो उन्हों ने रिबका को बुलाकर उस से पूछा, क्या तू इस मनुष्य के संग जाएगी? उस ने कहा, हां मैं जाऊंगी।

58. And they called Rebekah, and said to her, Will you go with this man? She said, I will.

59. तब उन्हों ने अपनी बहिन रिबका, और उसकी धाय और इब्राहीम के दास, और उसके साथी सभों को विदा किया।

59. So they sent away their sister Rebekah and her nurse along with Abraham's servant and his men.

60. और उन्हों ने रिबका को आशीर्वाद देके कहा, हे हमारी बहिन, तू हजारों लाखों की आदिमाता हो, और तेरा वंश अपने बैरियों के नगरों का अधिकारी हो।

60. And they blessed Rebekah and said to her, May you, our sister, become thousands of myriads; may your offspring gain possession of the gates of their foes.

61. इस पर रिबका अपनी सहेलियों समेत चली; और ऊंट पर चढ़के उस पुरूष के पीछे हो ली : सो वह दास रिबका को साथ लेकर चल दिया।

61. Then Rebekah and her maids rose up, mounted the camels, and followed the man; thus the servant took Rebekah, and went his way.

62. इसहाक जो दक्खिन देश में रहता था, सो लहैरोई नाम कुएं से होकर चला आता था।

62. Now Isaac had come from Beer-lahai-roi, and was settled in the Negeb.

63. और सांझ के समय वह मैदान में ध्यान करने के लिये निकला था : और उस ने आंखे उठाकर क्या देखा, कि ऊंट चले आ रहे हैं।

63. Isaac went out in the evening to walk in the field; and looking up, he saw camels coming.

64. और रिबका ने भी आंख उठाकर इसहाक को देखा, और देखते ही ऊंट पर से उतर पड़ी

64. And Rebekah looked up, and when she saw Isaac, she slipped quickly from the camel,

65. तब उस ने दास से पूछा, जो पुरूष मैदान पर हम से मिलने को चला आता है, सो कौन है? दास ने कहा, वह तो मेरा स्वामी है। तब रिबका ने घूंघट लेकर अपने मुंह को ढ़ाप लिया।

65. and said to the servant, Who is the man over there, walking in the field to meet us? The servant said, It is my master. So she took her veil and covered herself.

66. और दास ने इसहाक से अपना सारा वृत्तान्त वर्णन किया।

66. And the servant told Isaac all the things that he had done.

67. तब इसहाक रिबका को अपनी माता सारा के तम्बू में ले आया, और उसको ब्याहकर उस से प्रेम किया : और इसहाक को माता की मृत्यु के पश्चात् शान्ति हुई।।

67. Then Isaac brought her into his mother Sarah's tent. He took Rebekah, and she became his wife; and he loved her. So Isaac was comforted after his mother's death.



Shortcut Links
उत्पत्ति - Genesis : 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 | 28 | 29 | 30 | 31 | 32 | 33 | 34 | 35 | 36 | 37 | 38 | 39 | 40 | 41 | 42 | 43 | 44 | 45 | 46 | 47 | 48 | 49 | 50 |
उत्पत्ति - Genesis | निर्गमन - Exodus | लैव्यव्यवस्था - Leviticus | गिनती - Numbers | व्यवस्थाविवरण - Deuteronomy | यहोशू - Joshua | न्यायियों - Judges | रूत - Ruth | 1 शमूएल - 1 Samuel | 2 शमूएल - 2 Samuel | 1 राजाओं - 1 Kings | 2 राजाओं - 2 Kings | 1 इतिहास - 1 Chronicles | 2 इतिहास - 2 Chronicles | एज्रा - Ezra | नहेम्याह - Nehemiah | एस्तेर - Esther | अय्यूब - Job | भजन संहिता - Psalms | नीतिवचन - Proverbs | सभोपदेशक - Ecclesiastes | श्रेष्ठगीत - Song of Songs | यशायाह - Isaiah | यिर्मयाह - Jeremiah | विलापगीत - Lamentations | यहेजकेल - Ezekiel | दानिय्येल - Daniel | होशे - Hosea | योएल - Joel | आमोस - Amos | ओबद्याह - Obadiah | योना - Jonah | मीका - Micah | नहूम - Nahum | हबक्कूक - Habakkuk | सपन्याह - Zephaniah | हाग्गै - Haggai | जकर्याह - Zechariah | मलाकी - Malachi | मत्ती - Matthew | मरकुस - Mark | लूका - Luke | यूहन्ना - John | प्रेरितों के काम - Acts | रोमियों - Romans | 1 कुरिन्थियों - 1 Corinthians | 2 कुरिन्थियों - 2 Corinthians | गलातियों - Galatians | इफिसियों - Ephesians | फिलिप्पियों - Philippians | कुलुस्सियों - Colossians | 1 थिस्सलुनीकियों - 1 Thessalonians | 2 थिस्सलुनीकियों - 2 Thessalonians | 1 तीमुथियुस - 1 Timothy | 2 तीमुथियुस - 2 Timothy | तीतुस - Titus | फिलेमोन - Philemon | इब्रानियों - Hebrews | याकूब - James | 1 पतरस - 1 Peter | 2 पतरस - 2 Peter | 1 यूहन्ना - 1 John | 2 यूहन्ना - 2 John | 3 यूहन्ना - 3 John | यहूदा - Jude | प्रकाशितवाक्य - Revelation |

Explore Parallel Bibles
21st Century KJV | A Conservative Version | American King James Version (1999) | American Standard Version (1901) | Amplified Bible (1965) | Apostles' Bible Complete (2004) | Bengali Bible | Bible in Basic English (1964) | Bishop's Bible | Complementary English Version (1995) | Coverdale Bible (1535) | Easy to Read Revised Version (2005) | English Jubilee 2000 Bible (2000) | English Lo Parishuddha Grandham | English Standard Version (2001) | Geneva Bible (1599) | Hebrew Names Version | Hindi Bible | Holman Christian Standard Bible (2004) | Holy Bible Revised Version (1885) | Kannada Bible | King James Version (1769) | Literal Translation of Holy Bible (2000) | Malayalam Bible | Modern King James Version (1962) | New American Bible | New American Standard Bible (1995) | New Century Version (1991) | New English Translation (2005) | New International Reader's Version (1998) | New International Version (1984) (US) | New International Version (UK) | New King James Version (1982) | New Life Version (1969) | New Living Translation (1996) | New Revised Standard Version (1989) | Restored Name KJV | Revised Standard Version (1952) | Revised Version (1881-1885) | Revised Webster Update (1995) | Rotherhams Emphasized Bible (1902) | Tamil Bible | Telugu Bible (BSI) | Telugu Bible (WBTC) | The Complete Jewish Bible (1998) | The Darby Bible (1890) | The Douay-Rheims American Bible (1899) | The Message Bible (2002) | The New Jerusalem Bible | The Webster Bible (1833) | Third Millennium Bible (1998) | Today's English Version (Good News Bible) (1992) | Today's New International Version (2005) | Tyndale Bible (1534) | Tyndale-Rogers-Coverdale-Cranmer Bible (1537) | Updated Bible (2006) | Voice In Wilderness (2006) | World English Bible | Wycliffe Bible (1395) | Young's Literal Translation (1898) | Hindi Reference Bible |