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1. यहोवा की शक्ति मुझ पर हुई, और वह मुझ में अपना आत्मा समवाकर बाहर ले गया और मुझे तराई के बीच खड़ा कर दिया; वह तराई हडि्डयों से भरी हुई थी।
1. The LORD took hold of me, and I was carried away by the Spirit of the LORD to a valley filled with bones.
2. तब उस ने मुझे उनके चारों ओर घुमाया, और तराई की तह पर बहुत ही हडि्डयों थीं; और वे बहुत सूखी थीं।
2. He led me all around among the bones that covered the valley floor. They were scattered everywhere across the ground and were completely dried out.
3. तब उस ने मुझ से पूछा, हे मनुष्य के सन्तान, क्या ये हडि्डयां जी सकती हैं? मैं ने कहा, हे परमेश्वर यहोवा, तू ही जानता है।
3. Then he asked me, 'Son of man, can these bones become living people again?' 'O Sovereign LORD,' I replied, 'you alone know the answer to that.'
4. तब उस ने मुझ से कहा, इन हडि्डयों से भविष्यद्वाणी करके कह, हे सूखी हडि्डयो, यहोवा का वचन सुनो।
4. Then he said to me, 'Speak a prophetic message to these bones and say, 'Dry bones, listen to the word of the LORD!
5. परमेश्वर यहोवा तुम हडि्डयों से यों कहता हे, देखो, मैं आप तुम में सांस समवाऊंगा, और तुम जी उठोगी।प्रकाशितवाक्य 11:10-11
5. This is what the Sovereign LORD says: Look! I am going to put breath into you and make you live again!
6. और मैं तुम्हारी नसें उपजाकर मांस चढ़ाऊंगा, और तुम को चमड़े से ढांपूंगा; और तुम में सांस समवाऊंगा और तुम जी जाओगी; और तुम जान लोगी कि मैं यहोवा हूँ।
6. I will put flesh and muscles on you and cover you with skin. I will put breath into you, and you will come to life. Then you will know that I am the LORD.''
7. इस आज्ञा के अनुसार मैं भविष्यद्वाणी करने लगा; और मैं भविष्यद्वाणी कर ही रहा था, कि एक आहट आई, और भुईडोल हुआ, और वे हडि्डयां इकट्ठी होकर हड्डी से हड्डी जुड़ गई।
7. So I spoke this message, just as he told me. Suddenly as I spoke, there was a rattling noise all across the valley. The bones of each body came together and attached themselves as complete skeletons.
8. और मैं देखता रहा, कि उन में नसें उत्पन्न हुई और मांस चढ़ा, और वे ऊपर चमड़े से ढंप गई; परन्तु उन में सांस कुछ न थी।
8. Then as I watched, muscles and flesh formed over the bones. Then skin formed to cover their bodies, but they still had no breath in them.
9. तब उस ने मुझ से कहा, हे मनुष्य के सन्तान सांस से भविष्यद्वाणी कर, और सांस से भविष्यद्वाणी करके कह, हे सांस, परमेश्वर यहोवा यों कहता है कि चारों दिशाओं से आकर इन घात किए हुओं में समा जा कि ये जी उठें।प्रकाशितवाक्य 7:1
9. Then he said to me, 'Speak a prophetic message to the winds, son of man. Speak a prophetic message and say, 'This is what the Sovereign LORD says: Come, O breath, from the four winds! Breathe into these dead bodies so they may live again.''
10. उसकी इस आज्ञा के अनुसार मैं ने भविष्यद्वाणी की, तब सांस उन में आ गई, ओर वे जीकर अपने अपने पांवों के बल खड़े हो गए; और एक बहुत बड़ी सेना हो गई।
10. So I spoke the message as he commanded me, and breath came into their bodies. They all came to life and stood up on their feet-- a great army.
11. फिर उस ने मुझ से कहा, हे मनुष्य के सन्तान, ये हडि्डयां इस्राएल के सारे घराने की उपमा हैं। वे कहत हैं, हमारी हडि्डयां सूख गई, और हमारी आशा जाती रही; हम पूरी रीति से कट चूके हैं।
11. Then he said to me, 'Son of man, these bones represent the people of Israel. They are saying, 'We have become old, dry bones-- all hope is gone. Our nation is finished.'
12. इस कारण भविष्यद्वाणी करके उन से कह, परमेश्वर यहोवा यों कहता है, हे मेरी प्रजा के लोगो, देखो, मैं तुमहारी कबरें खोलकर तुम को उन से निकालूंगा, और इस्राएल के देश में पहुंचा दूंगा।मत्ती 27:52-53
12. Therefore, prophesy to them and say, 'This is what the Sovereign LORD says: O my people, I will open your graves of exile and cause you to rise again. Then I will bring you back to the land of Israel.
13. सो जब मैं तुमहारी कबरें खोलूं, और तुम को उन से निकालूं, तब हे मेरी प्रजा के लोगो, तुम जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ।
13. When this happens, O my people, you will know that I am the LORD.
14. और मैं तुम में अपना आत्मा समवाऊंगा, और तुम जीओगे, और तुम को तुम्हारे निज देश में बसाऊंगा; तब तुम जान लोगे कि मुझ यहोवा ही ने यह कहा, और किया भी है, यहोवा की यही वाणी है।1 थिस्सलुनीकियों 4:8
14. I will put my Spirit in you, and you will live again and return home to your own land. Then you will know that I, the LORD, have spoken, and I have done what I said. Yes, the LORD has spoken!''
15. फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा,
15. Again a message came to me from the LORD:
16. हे मनुष्य के सन्तान, एक लकड़ी लेकर उस पर लिख, यहूदा की और उसके संगी इस्राएलियों की; तब दूसरी लकड़ी लेकर उस पर लिख, यूसुफ की अर्थात् गप्रैम की, और उसके संगी इस्राएलियों की लकड़ी।
16. 'Son of man, take a piece of wood and carve on it these words: 'This represents Judah and its allied tribes.' Then take another piece and carve these words on it: 'This represents Ephraim and the northern tribes of Israel.'
17. फिर उन लकड़ियों को एक दूसरी से जोड़कर एक ही कर ले कि वे तेरे हाथ में एक ही लकड़ी बन जाएं।
17. Now hold them together in your hand as if they were one piece of wood.
18. और जब तेरे लोग तुझ से पूछें, क्या तू हमें न बताएगा कि इन से तेरा क्या अभिप्राय है?
18. When your people ask you what your actions mean,
19. तब उन से कहना, परमेश्वर यहोवा यों कहता है, देखो, मैं यूसुफ की लकड़ी को जो एप्रैम के हाथ में है, और इस्राएल के जो गोत्रा उसके संगी हैं, उनको लेकर यहूदा की लकड़ी से जोड़कर उसके साथ एक ही लकड़ी कर दूंगा; और दोनों मेरे हाथ में एक ही लकड़ी बनेंगी।
19. say to them, 'This is what the Sovereign LORD says: I will take Ephraim and the northern tribes and join them to Judah. I will make them one piece of wood in my hand.'
20. और जिन लकड़ियों पर तू ऐसा लिखेगा, वे उनके साम्हने तेरे हाथ में रहें।
20. 'Then hold out the pieces of wood you have inscribed, so the people can see them.
21. और तू उन लोगों से कह, परमेश्वर यहोवा यों कहता है, देखो, मैं इस्राएलियों को उन जातियों में से लेकर जिन में वे चले गए हैं, चारों ओर से इकट्ठा करूंगा; और उनके निज देश में पहुचाऊंगा।
21. And give them this message from the Sovereign LORD: I will gather the people of Israel from among the nations. I will bring them home to their own land from the places where they have been scattered.
22. और मैं उनको उस देश अर्थात् इस्राएल के पहाड़ों पर एक ही जाति कर दूंगा; और उन सभों का एक ही राजा होगा; और वे फिर दो न रहेंगे और न दो राज्यों में कभी बटेंगे।
22. I will unify them into one nation on the mountains of Israel. One king will rule them all; no longer will they be divided into two nations or into two kingdoms.
23. वे फिर अपनी मूरतों, और घिनौने कामों वा अपने किसी प्रकार के पाप के द्वारा अपने को अशुद्ध न करेंगे; परन्तु मैं उनको उन सब बस्तियों से, जहां वे पाप करते थे, निकालकर शुद्ध रूिंगा, और वे मेरी प्रजा होंगे, और मैं उनका परमेश्वर हूंगा।तीतुस 2:14
23. They will never again pollute themselves with their idols and vile images and rebellion, for I will save them from their sinful backsliding. I will cleanse them. Then they will truly be my people, and I will be their God.
24. मेरा दास दाऊद उनका राजा होगा; सो उन सभों का एक ही चरवाहा होगा। वे मेरे नियमों पर चलेंगे और मेरी विधियों को मानकर उनके अनुसार चलेंगे।यूहन्ना 10:16
24. 'My servant David will be their king, and they will have only one shepherd. They will obey my regulations and be careful to keep my decrees.
25. वे उस देश में रहेंगे जिसे मैं ने अपने दास याकूब को दिया था; और जिस में तुम्हारे पुरखा रहते थे, उसी में वे और उनके बेटे- पोते सदा बसे रहेंगे; और मेरा दास दाऊद सदा उनका प्रधान रहेगा।
25. They will live in the land I gave my servant Jacob, the land where their ancestors lived. They and their children and their grandchildren after them will live there forever, generation after generation. And my servant David will be their prince forever.
26. मैं उनके साथ शान्ति की वाचा बान्धूंगा; वह सदा की वाचा ठहरेगी; और मैं उन्हें स्थान देकर गिनती में बढ़ाऊंगा, और उनके बीच अपना पवित्रास्थान सदा बनाए रखूंगा।इब्रानियों 13:20
26. And I will make a covenant of peace with them, an everlasting covenant. I will give them their land and increase their numbers, and I will put my Temple among them forever.
27. मेरे निवास का तम्बू उनके ऊपर तना रहेगा; और मैं उनका परमेश्वर हूंगा, और वे मेरी प्रजा होंगे।2 कुरिन्थियों 6:16, प्रकाशितवाक्य 21:3
27. I will make my home among them. I will be their God, and they will be my people.
28. और जब मेरा पवित्रास्थान उनके बीच सदा के लिये रहेगा, तब सब जातियां जान लेंगी कि मैं यहोवा इस्राएल का पवित्रा करनेवाला हूँ।
28. And when my Temple is among them forever, the nations will know that I am the LORD, who makes Israel holy.'