Isaiah - यशायाह 49 | View All

1. हे द्वीपो, मेरी और कान लगाकर सुनो; हे दूर दूर के राज्यों के लागों, ध्यान लगाकर मेरी सुनो! यहोवा ने मुझे गर्भ ही में से बुलाया, जब मैं माता के पेट में था, तब ही उस ने मेरा नाम बताया।
गलातियों 1:15

1. LISTEN TO me, O isles and coastlands, and hearken, you peoples from afar. The Lord has called me from the womb; from the body of my mother He has named my name.

2. उस ने मेरे मुंह को चोखी तलवार के समान बनाया और अपने हाथ की आड़ में मुझे छिपा रखा; उस ने मुझ को चमकिला तीर बनाकर अपने तर्कश में गुप्त रखा।
इफिसियों 6:17, इब्रानियों 4:12, प्रकाशितवाक्य 1:16, प्रकाशितवाक्य 2:12-16, प्रकाशितवाक्य 19:15

2. And He has made my mouth like a sharp sword; in the shadow of His hand has He hid me and made me a polished arrow; in His quiver has He kept me close and concealed me.

3. ओर मुझ से कहा, तू मेरा दास इस्राएल है, मैं तुझ में अपनी महिमा प्रगट करूंगा।
2 थिस्सलुनीकियों 1:10, इफिसियों 6:15

3. And [the Lord] said to me, You are My servant, Israel [you who strive with God and with men and prevail], in whom I will be glorified. [Gen. 32:28; Deut. 7:6; 26:18, 19; Eph. 1:4-6.]

4. तब मैं ने कहा, मैं ने तो व्यर्थ परिश्रम किया, मैं ने व्यर्थ ही अपना बल खो दिया है; तौभी निश्चय मेरा न्याय यहोवा के पास है और मेरे परिश्रम का फल मेरे परमेश्वर के हाथ में है।।
फिलिप्पियों 2:16

4. Then I said, I have labored in vain, I have spent my strength for nothing and in empty futility; yet surely my right is with the Lord, and my recompense is with my God.

5. ओर अब यहोवा जिस ने मुझे जन्म ही से इसलिये रख कि मैं उसका दास होकर याकूब को उसकी ओर फेर ले आऊं अर्थात् इस्राएल को उसके पास इकट्ठा करूं, क्योंकि यहोवा की दृष्टि में मैं आदरयोग्य हूं और मेरा परमेश्वर मेरा बल है,

5. And now, says the Lord--Who formed me from the womb to be His servant to bring Jacob back to Him and that Israel might be gathered to Him and not be swept away, for I am honorable in the eyes of the Lord and my God has become my strength--

6. उसी ने मुझ से यह भी कहा है, यह तो हलकी सी बात है कि तू याकूब के गोत्रों का उद्धार करने और इस्राएल के रक्षित लोगों को लौटा ले आने के लिये मेरा सेवक ठहरे; मैं तुझे अन्यजातियों के लिये ज्योति ठहराऊंगा कि मेरा उद्धार पृथ्वी की एक ओर से दूसरी ओर तक फैल जाए।।
लूका 2:32, यूहन्ना 8:12, यूहन्ना 9:5, प्रेरितों के काम 13:47, प्रेरितों के काम 26:23

6. He says, It is too light a thing that you should be My servant to raise up the tribes of Jacob and to restore the survivors [of the judgments] of Israel; I will also give you for a light to the nations, that My salvation may extend to the end of the earth.

7. जो मनुष्यों से तुच्छ जाना जाता, जिस से जातियों को घृणा है, और, जो अपराधियों का दास है, इस्राएल का छुड़ानेवाला और उसका पवित्रा अर्थात् यहावेा यों कहता है, कि राजा उसे देखकर खड़े हो जाएंगे और हाकिम दण्डवत् करेंगे; यह यहोवा के निमित्त होगा, जो सच्चा और इस्राएल का पवित्रा है और जिस ने तुझे चुन लिया है।।

7. Thus says the Lord, the Redeemer of Israel, Israel's Holy One, to him whom man rejects and despises, to him whom the nations abhor, to the servant of rulers: Kings shall see you and arise; princes, and they shall prostrate themselves, because of the Lord, Who is faithful, the Holy One of Israel, Who has chosen you.

8. यहोवा यों कहता है, अपनी प्रसन्नता के समय मैं ने तेरी सुन ली, उद्धार करने के दिन मैं ने तेरी सहायता की है; मैं तेरी रक्षा करके तुझे लोगों के लिये एक वाचा ठहराऊंगा, ताकि देश को स्थिर करे और उजड़े हुए स्थानों को उनके अधिकारियों के हाथ में दे दे; और बंधुओं से कहे, बन्दीगृह से निकल आओ;
2 कुरिन्थियों 6:2

8. Thus says the Lord, In an acceptable and favorable time I have heard and answered you, and in a day of salvation I have helped you; and I will preserve you and give you for a covenant to the people, to raise up and establish the land [from its present state of ruin] and to apportion and cause them to inherit the desolate [moral wastes of heathenism, their] heritages, [II Cor. 6:2.]

9. और जो अन्धियारे में हैं उन से कहे, अपने आप को दिखलाओ! वे मार्गों के किनारे किनारे पेट भरने पाएंगे, सब मुण्डे टीलों पर भी उनको चराई मिलेगी।

9. Saying to those who are bound, Come forth, and to those who are in [spiritual] darkness, Show yourselves [come into the light of the Sun of righteousness]. They shall feed in all the ways [in which they go], and their pastures shall be [not in deserts, but] on all the bare [grass-covered] hills.

10. वे भूखे और प्यासे होंगे, न लूह और न घाम उन्हें लगेगा, क्योंकि, वह जा उन पर दया करता है, वही उनका अगुवा होगा, और जल के सोतों के पास उन्हें ले चलेगा।
प्रकाशितवाक्य 7:16-17

10. They will not hunger or thirst, neither will mirage [mislead] or scorching wind or sun smite them; for He Who has mercy on them will lead them, and by springs of water will He guide them. [Rev. 7:16, 17.]

11. और, मैं अपने सब पहाड़ों को मार्ग बना दूंगा, और मेरे राजमार्ग ऊंचे किए जाएंगे।

11. And I will make all My mountains a way, and My highways will be raised up.

12. देखो, ये दूर से आएंगे, और, ये उत्तर और पच्छिम से और सीनियों के देश से आएंगे।

12. Behold, these shall come from afar--and, behold, these from the north and from the west, and these from the land of Sinim (China).

13. हे आकाश, जयजयकार कर, हे पृथ्वी, मगन हो; हे पहाड़ों, गला खोलकर जयजयकार करो! क्योंकि यहोवा ने अपनी प्रजा को शान्ति दी है और अपने दीन लोगों पर दया की है।।
लूका 2:25, 2 कुरिन्थियों 7:6, प्रकाशितवाक्य 12:12, प्रकाशितवाक्य 18:20

13. Sing for joy, O heavens, and be joyful, O earth, and break forth into singing, O mountains! For the Lord has comforted His people and will have compassion upon His afflicted.

14. परन्तु सिरयोन ने कहा, यहोवा ने मुझे त्याग दिया है, मेरा प्रभु मुझे भूल गया है।

14. But Zion [Jerusalem, her people as seen in captivity] said, The Lord has forsaken me, and my Lord has forgotten me.

15. क्या यह हो सकता है कि कोई माता अपने दूघपिउवे बच्चे को भूल जाए और अपने जन्माए हुए लड़के पर दया न करे? हां, वह तो भूल सकती है, परन्तु मैं तुझे नहीं भूल सकता।

15. [And the Lord answered] Can a woman forget her nursing child, that she should not have compassion on the son of her womb? Yes, they may forget, yet I will not forget you.

16. देख, मैं ने तेरा चित्रा हथेलियों पर खोदकर बनाया है; तेरी शहरपनाह सदैव मेरी दृष्टि के साम्हने बनी रहती है।

16. Behold, I have indelibly imprinted (tattooed a picture of) you on the palm of each of My hands; [O Zion] your walls are continually before Me.

17. तेरे लड़के फुर्ती से आ रहे हैं और खण्डहर बनानेवाले और उजाड़नेवाले तेरे बीच से निकले जा रहे हैं।

17. Your children and your builders make haste; your destroyers and those who laid you waste go forth from you.

18. अपनी आंखें उठाकर चारों ओर देख, वे सब के सब इकट्ठे होकर तेरे पास आ रहे हैं। यहोवा की यह वाणी है कि मेरे जीवन की शपथ, तू निश्चय उन सभों को गहने के समान पहिल लेगी, तू दुल्हिन की नाई अपने शरीर में उन सब को बान्ध लेगी।।
रोमियों 14:11

18. Lift up your eyes round about and see [the returning exiles, ready to rebuild Jerusalem]; all these gather together and come to you. As I live, says the Lord, you [Zion] shall surely clothe yourself with them all as with an ornament and bind them on you as a bride does.

19. तेरे जो स्थान सुनसान और उजड़े हैं, और तेरे जो देश खण्डहर ही खण्डहर हैं, उन में अब निवासी न समाएंगे, और, तुझे नष्ट करनेवाले दूर हो जाएंगे।

19. For your waste and desolate places and your land [once the scene] of destruction surely now [in coming years] will be too narrow to accommodate the population, and those who once swallowed you up will be far away.

20. तेरे पुत्रा जो तुझ से ले लिए गए वे फिर तेरे कान में कहने पाएंगे कि यह स्थान हमारे लिये सकेत है, हमें और स्थान दे कि उस में रहें।

20. The children of your bereavement [born during your captivity] shall yet say in your ears, The place is too narrow for me; make room for me, that I may live.

21. तब तू मन में कहेगी, किस ने इनको मेरे लिये जन्माया? मैं तो पुत्राहीन और बांझ हो गई थीं, दासत्व में और यहां वहां मैं घूमती रही, इनको किस ने पाला? देख, मैं अकेली रह गई थी; फिर ये कहां थे?

21. Then [Zion], you will say in your heart, Who has borne me all these children, seeing that I lost my offspring and am alone and barren and unfruitful, an exile put away and wandering hither and thither? And who brought them up? Behold, I was left alone [put away by the Lord, my Husband]; from where then did all these children come?

22. प्रभु यहोवा यों कहता है, देख, ये अपना हाथ जाति जाति के लोगों की ओर उठाऊंगा, और देश देश के लोगों के साम्हने अपना झण्डा खड़ा करूंगा; तब वे तेरे पुत्रों को अपनी गोद में लिए आएंगे, और तेरी पुत्रियों को अपने कन्धे पर चढ़ाकर तेरे पास पहुंचाएंगे।

22. Thus says the Lord God: Behold, I will lift up My hand to the Gentile nations and set up My standard and raise high My signal banner to the peoples; and they will bring your sons in the bosom of their garments, and your daughters will be carried upon their shoulders.

23. राजा तेरे बच्चों के निज- सेवक और उनकी रानियां दूध पिलाने के लिये तेरी धाइयों होंगी। वे अपनी नाक भूमि पर रगड़कर तुझे दण्डवत् करेंगे और तेरे पांवों की धूलि चाटेंगे। तब तू यह जान लेगी कि मैं ही यहोवा हूं; मेरी बाट जोहनेवाले कभी लज्जित न होंगे।।
प्रकाशितवाक्य 3:9

23. And kings shall be your foster fathers and guardians, and their queens your nursing mothers. They shall bow down to you with their faces to the earth and lick up the dust of your feet; and you shall know [with an acquaintance and understanding based on and grounded in personal experience] that I am the Lord; for they shall not be put to shame who wait for, look for, hope for, and expect Me.

24. क्या वीर के हाथ से शिकार छीना जा सकता है? क्या दुष्ट के बंघुए छुड़ाए जा सकते हैं?
मत्ती 12:29

24. Shall the prey be taken from the mighty, or the lawful captives of the just be delivered?

25. तौभी यहोवा यों कहता है, हां, वीर के बंधुए उस से छीन लिए जांएगे, और बलात्कारी का शिकार उसके हाथ से छुड़ा लिया जाएगा, क्योंकि जो तुझ से लड़ते हैं उन से मैं आप मुक मा लडूंगा, और तेरे लड़केबालों का मैं उद्धार करूंगा।

25. For thus says the Lord: Even the captives of the mighty will be taken away, and the prey of the terrible will be delivered; for I will contend with him who contends with you, and I will give safety to your children and ease them.

26. जो तुझ पर अन्धेर करते हैं उनको मैं उन्हीं का मांस खिलाऊंगा, और, वे अपना लोहू पीकर ऐसे मतवाले होंगे जैसे नये दाखमधु से होते हैं। तब सब प्राणी जान लेंगे कि तेरा उद्धारकर्ता यहोवा और तेरा छुड़ानेवाला, याकूब का शक्तिमान मैं ही हूं।।
प्रकाशितवाक्य 16:6

26. And I will make those who oppress you consume themselves [in mutually destructive wars], thus eating their own flesh; and they will be drunk with their own blood, as with sweet wine; and all flesh will know [with a knowledge grounded in personal experience] that I, the Lord, am your Savior and your Redeemer, the Mighty One of Jacob.



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