11. उस समय प्रभु अपना हाथ दूसरी बार बढ़ाकर बचे हुओं को, जो उसकी प्रजा के रह गए हैं, अश्शूर से, मि से, पत्रोस से, कूश से, एलाम से, शिनार से, हमात से, और समुद्र के द्वीपों से मोल लेकर छुड़ाएगा।
11. On that day the Lord will [extend] His hand a second time to recover-- from Assyria, Egypt, Pathros, Cush, Elam, Shinar, Hamath, and the coasts and islands of the west-- the remnant of His people who survive.