Psalms - भजन संहिता 53 | View All

1. मूढ़ ने अपने मन में कहा है, कि कोई परमेश्वर है ही नहीं। वे बिगड़ गए, उन्हों ने कुटिलता के घिनौने काम किए हैं; कोई सुकर्मी नहीं।।
रोमियों 3:10-12

1. i1 [To the chief Musician. Mahalath. Maschil. A Psalm of David.] i0 par The fool has said in his heart, There is no God. They are corrupt, and have done abominable iniquity; there is no one who does good.

2. परमेश्वर ने स्वर्ग पर से मनुष्यों के ऊपर दृष्टि की ताकि देखे कि कोई बुद्धि से चलनेवाला वा परमेश्वर को पूछनेवाला है कि नहीं।।

2. God looked down from Heaven upon the children of mankind to see if any was circumspect, seeking God.

3. वे सब के सब हट गए; सब एक साथ बिगड़ गए; कोई सुकर्मी नहीं, एक भी नहीं।। क्या उन सब अनर्थकारियों को कुछ भी ज्ञान नहीं

3. Every one of them has turned back; they have all together become corrupt; not one is doing good, no, not even one.

4. जो मेरे लोगों को ऐसे खाते हैं जैसे रोटी और परमेश्वर का नाम नहीं लेते?

4. Have the workers of iniquity no knowledge? They eat up my people as they eat bread; they have not called upon God.

5. वहां उन पर भय छा गया जहां भय का कोई कारण न था। क्योंकि यहोवा न उनकी हडि्डयों को, जो तेरे विरूद्ध छावनी डाले पड़े थे, तितर बितर कर दिया; तू ने तो उन्हें लज्जित कर दिया इसलिये कि परमेश्वर ने उनको निकम्मा ठहराया है।।

5. There they fear with dread, where there was no dread, for God has scattered the bones of him who encamps against you; you have put them to shame because God has rejected them.

6. भला होता कि इस्राएल का पूरा उद्धार सिरयोन से निकलता! जब परमेश्वर अपनी प्रजा को बन्धुवाई से लौटा ले आएगा तब याकूब मगन और इस्राएल आनन्दित होगा।।

6. Oh, that the salvation of Israel would come out of Zion! When God brings back the captivity of His people, Jacob shall rejoice, and Israel shall be glad.



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