21. अर्थात् शिमात का पुत्रा योजाकार और शोमेर का पुत्रा यहोजाबाद, जो उसके कर्मचारी थे, उन्हों ने उसे ऐसा मारा, कि वह मर गया। तब उसे उसके पुरखाओं के बीच दाऊदपुर में मिट्टी दी, और उसका पुत्रा अमस्याह उसके स्थान पर राज्य करने लगा।
21. For Jozachar, the son of Shimeath, and Jehozabad, the son of Shomer, his servants, smote him, and he died; and they buried him with his fathers in the city of David; and Amaziah, his son, reigned in his stead.: