Acts - प्रेरितों के काम 13 | View All

1. अन्ताकिया की कलीसिया में कितने भविष्यद्वक्ता और उपदेशक थे; अर्थात् बरनबास और शमौन जो नीगर कहलाता है; और लूकियुस कुरेनी, और देश की चौथाई के राजा हेरोदेस का दूधभाई मनाहेम और शाऊल।

1. তখন আন্তিয়খিয়ার মণ্ডলীতে বার্ণবা, শিমোন, যাঁহাকে নীগের বলে, কুরীণীয় লুকিয়, হেরোদ রাজার সহপালিত মনহেম, এবং শৌল নামে কয়েক জন ভাববাদী ও শিক্ষক ছিলেন।

2. जब वे उपवास सहित प्रभु की उपासना कर रहे था, तो पवित्रा आत्मा ने कहा; मेरे निमित्त बरनबास और शाऊल को उस काम के लिये अलग करो जिस के लिये मैं ने उन्हें बुलाया है।

2. তাঁহারা প্রভুর সেবা ও উপবাস করিতেছিলেন, এমন সময়ে পবিত্র আত্মা কহিলেন, আমি বার্ণবা ও শৌলকে যে কার্য্যে আহ্বান করিয়াছি, সেই কার্য্যের নিমিত্ত আমার জন্য এখন তাহাদিগকে পৃথক্‌ করিয়া দেও।

3. तब उन्हों ने उपवास और प्रार्थना करके और उन पर हाथ रखकर उन्हें विदा किया।।

3. তখন তাঁহারা উপবাস ও প্রার্থনা এবং তাঁহাদের উপরে হস্তার্পণ করিয়া তাঁহাদিগকে বিদায় দিলেন।

4. सो वे पवित्रा आत्मा के भेजे हुए सिलूकिया को गए; और वहां से जहाज पर चढ़कर कुप्रुस को चले।

4. এইরূপে তাঁহারা পবিত্র আত্মা কর্ত্তৃক প্রেরিত হইয়া সিলূকিয়াতে গেলেন, এবং তথা হইতে জাহাজ খুলিয়া কুপ্রে গমন করিলেন।

5. और सलमीस में पहुंचकर, परमेश्वर का वचन यहूदियों की अराधनालयों में सुनाया; और यूहन्ना उन का सेवक था।

5. তাঁহারা সালামীতে উপস্থিত হইয়া যিহূদীদের সমাজ-গৃহে সমাজ-গৃহে ঈশ্বরের বাক্য প্রচার করিতে লাগিলেন; এবং যোহনও ভৃত্যরূপে তাঁহাদের সঙ্গে ছিলেন।

6. और उस सारे टापू में होते हुए, पाफुस तक पहुंचे: वहां उन्हें बार-यीशु नाम एक यहूदी टोन्हा और झूठा भविष्यद्वक्ता मिला।

6. আর তাঁহারা সমস্ত দ্বীপের মধ্য দিয়া গমন করিয়া পাফঃ নগরে উপস্থিত হইলে এক জন যিহূদী মায়াবী ও ভাক্ত ভাববাদীকে দেখিতে পাইলেন, তাহার নাম বর্‌-যীশু;

7. वह सिरगियुस पौलुस सूबे के साथ था, जो बुद्धिमान पुरूष था: उस ने बरनबास और शाऊल को अपने पास बुलाकर परमेश्वर का वचन सुनना चाहा।

7. সে দেশাধ্যক্ষ সের্গিয় পৌলের সঙ্গে ছিল; তিনি এক জন বুদ্ধিমান্‌ লোক। তিনি বার্ণবা ও শৌলকে কাছে ডাকিয়া ঈশ্বরের বাক্য শুনিতে চাহিলেন।

8. परन्तु इलीमास टोन्हे ने, क्योंकि यही उसके नाम का अर्थ है उन का साम्हना करके, सूबे को विश्वास करने से रोकता चाहा।

8. কিন্তু ইলুমা, সেই মায়াবী—কেননা অনুবাদ করিলে ইহাই তাহার নামের অর্থ—সেই দেশাধ্যক্ষকে বিশ্বাস হইতে ফিরাইবার চেষ্টায় তাঁহাদের প্রতিরোধ করিতে লাগিল।

9. तब शाऊल ने जिस का नाम पौलुस भी है, पवित्रा आत्मा से परिपूर्ण हो उस की ओर टकटकी लगाकर कहा।

9. কিন্তু শৌল, যাঁহাকে পৌলও বলে, পবিত্র আত্মায় পরিপূর্ণ হইয়া তাহার প্রতি একদৃষ্টে চাহিয়া কহিলেন,

10. हे सारे कपट और सब चतुराई से भरे हुए शैतान की सन्तान, सकल धर्म के बैरी, क्या तू प्रभु के सीधे मार्गों को टेढ़ा करना न छोड़ेगा?
नीतिवचन 10:9, होशे 14:9

10. হে সর্ব্বপ্রকার ছলে ও সর্ব্বপ্রকার দুষ্টামিতে পরিপূর্ণ, দিয়াবল-সন্তান, সর্ব্বপ্রকার ধার্ম্মিকতার শত্রু, তুমি প্রভুর সরল পথ বিপরীত করিতে কি ক্ষান্ত হইবে না?

11. अब देख, प्रभु का हाथ तुझ पर लगा है; और तू कुछ समय तक अन्धा रहेगा और सूर्य को न देखेगा: तब तुरन्त धुन्धलाई और अन्धेरा उस पर छा गया, और वह इधर उधर टटोलने लगा, ताकि कोई उसका हाथ पकड़के ले चले।

11. এখন দেখ, প্রভুর হস্ত তোমার উপরে রহিয়াছে, তুমি অন্ধ হইবে, কিছু কাল সূর্য্য দেখিতে পাইবে না। আর অমনি কুজ্‌ঝটিকা ও অন্ধকার তাহাকে আচ্ছন্ন করিল, তাহাতে সে হাত ধরিয়া চালাইবার লোকের অন্বেষণে এদিক্‌ ওদিক্‌ চলিতে লাগিল।

12. तब सूबे ने जो कुछ हुआ था, देखकर और प्रभु के उपदेश से चकित होकर विश्वास किया।।

12. তখন সেই ঘটনা দেখিয়া দেশাধ্যক্ষ প্রভুর উপদেশে চমৎকৃত হইয়া বিশ্বাস করিলেন।

13. पौलुस और उसके साथी पाफुस से जहाज खोलकर पंफूलिया के पिरगा में आए: और यूहन्ना उन्हें छोड़कर यरूशलेम को लौट गया।

13. পরে পৌল ও তাঁহার সঙ্গিগণ পাফঃ হইতে জাহাজ খুলিয়া পাম্ফুলিয়ার পর্গা নগরে উপস্থিত হইলেন। তখন যোহন তাঁহাদিগকে ছাড়িয়া যিরূশালেমে ফিরিয়া গেলেন।

14. और पिरगा से आगे बढ़कर के पिसिदिया के अन्ताकिया में पहुंचे; और सब्त के दिन अराधनालय में जाकर बैठ गए।

14. কিন্তু তাঁহারা পর্গা হইতে অগ্রসর হইয়া পিষিদিয়ার আন্তিয়খিয়ায় উপস্থিত হইলেন; এবং বিশ্রামবারে সমাজ-গৃহে প্রবেশ করিয়া বসিলেন।

15. और व्यवस्था और भविष्यद्वक्ताओं की पुस्तक के पढ़ने के बाद सभा के सरदारों ने उन के पास कहला भेजा, कि हे भाइयों, यदि लोगों के उपदेश के लिये तुम्हारे मन में कोई बात हो तो कहो।

15. ব্যবস্থা ও ভাববাদি-গ্রন্থের পাঠ সমাপ্ত হইলে সমাজাধ্যক্ষেরা তাঁহাদিগকে বলিয়া পাঠাইলেন, ভ্রাতৃগণ, লোকদের কাছে আপনাদের কোন উপদেশ কথা যদি থাকে, বলুন।

16. तब पौलुस ने खड़े होकर और हाथ से सैन करके कहा; हे इस्त्राएलियों, और परमेश्वर से डरनेवालों, सुनो।

16. তখন পৌল দাঁড়াইয়া হস্ত দ্বারা ইঙ্গিত করিয়া কহিতে লাগিলেন,— হে ইস্রায়েল-লোকেরা, হে ঈশ্বরভীতগণ, শ্রবণ কর।

17. इन इस्त्राएली लोगों के परमेश्वर ने हमारे बापदादों को चुन लिया, और जब ये मिसर देश में परदेशी होकर रहते थे, तो उन की उन्नति की; और बलवन्त भुजा से निकाल लाया।
निर्गमन 6:1, निर्गमन 6:6, निर्गमन 12:51

17. এই ইস্রায়েল-জাতির ঈশ্বর আমাদের পিতৃপুরুষদিগকে মনোনীত করিয়া লইয়াছিলেন, এবং এই জাতি যখন মিসরদেশে প্রবাস করিতেছিল, তখন তাহাদিগকে উন্নত করিলেন, ও উচ্চ বাহু সহকারে তথা হইতে বাহির করিয়া আনিলেন।

18. और वह कोई चालीस वर्ष तक जंगल में उन की सहता रहा।
निर्गमन 16:35, गिनती 14:34, व्यवस्थाविवरण 1:31

18. আর তিনি প্রান্তরে কমবেশ চল্লিশ বৎসর কাল তাহাদের ব্যবহার সহ্য করিলেন।

19. और कनान देश में सात जातियों का नाश करके उन का देश कोई साढ़े चार सौ वर्ष में इन की मीरास में कर दिया।
व्यवस्थाविवरण 7:1, यहोशू 14:1

19. পরে তিনি কনান দেশে সাত জাতিকে উৎপাটন করিয়া অধিকারার্থে সেই সকল জাতির দেশ তাহাদিগকে দিলেন। এইরূপে কমবেশ চারি শত পঞ্চাশ বৎসর অতীত হইল।

20. इस के बाद उस ने सामुएल भविष्यद्वक्ता तक उन में न्यायी ठहराए।
न्यायियों 2:16, 1 शमूएल 3:20

20. তাহার পরে তিনি শমূয়েল ভাববাদীর সময় পর্য্যন্ত বিচারকর্ত্তৃগণ দিলেন।

21. उसके बाद उन्हों ने एक राजा मांगा: तब परमेश्वर ने चालीस वषै के लिये बिन्यामीन के गोत्रा में से एक मनुष्य अर्थात् कीश के पुत्रा शाऊल को उन पर राजा ठहराया।
1 शमूएल 8:5, 1 शमूएल 8:19, 1 शमूएल 10:20-21, 1 शमूएल 10:24, 1 शमूएल 11:15

21. তৎপরে তাহারা এক জন রাজা চাহিল, তাহাতে ঈশ্বর তাহাদিগকে চল্লিশ বৎসরের জন্য বিন্যামীন বংশজাত কীশের পুত্র শৌলকে দিলেন।

22. फिर उसे अलग करके दाऊद को उन का राजा बनाया; जिस के विषय में उस ने गवाही दी, कि मुझे एक मनुष्य यिशै का पुत्रा दाऊद, मेरे मन के अनुसार मिल गया है। वही मेरे सारी इच्छा पूरी करेगा।
1 शमूएल 13:14, 1 शमूएल 16:12-13, भजन संहिता 89:20, यशायाह 44:28

22. পরে তিনি তাঁহাকে সরাইয়া দিয়া তাহাদের রাজা হইবার জন্য দায়ূদকে উৎপন্ন করিলেন, যাঁহার পক্ষে তিনি সাক্ষ্য দিয়া বলিলেন, ‘আমি যিশয়ের পুত্র দায়ূদকে পাইয়াছি, সে আমার মনের মত লোক, সে আমার সমস্ত ইচ্ছা পালন করিবে’।

23. इसी के वंश में से परमेश्वर ने अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार इस्त्राएल के पास एक उद्धारकर्ता, अर्थात् यीशु को भेजा।
2 शमूएल 7:12-13, यशायाह 11:1

23. তাঁহারই বংশ হইতে ঈশ্বর প্রতিজ্ঞানুসারে ইস্রায়েলের নিমিত্ত এক ত্রাণকর্ত্তাকে, যীশুকে, উপস্থিত করিলেন;

24. जिस के आने से पहिले यूहन्ना ने सब इस्त्राएलियों को मन फिराव के बपतिस्मा का प्रचार किया।

24. তাঁহার আগমনের অগ্রে যোহন সমস্ত ইস্রায়েল-জাতির কাছে মনপরিবর্ত্তনের বাপ্তিস্ম প্রচার করিয়াছিলেন।

25. और जब यूहन्ना अपना दौर पूरा करने पर था, तो उस ने कहा, तुम मुझे क्या समझते हो? मैं वह नहीं! बरन देखो, मेरे बाद एक आनेवाला है, जिस के पांवों की जूती मैं खोलने के योग्य नहीं।

25. আর যোহন আপন নিরূপিত পথের শেষ পর্য্যন্ত দৌড়িতে দৌড়িতে এই কথা কহিতেন, তোমরা আমাকে কোন্‌ ব্যক্তি বলিয়া মনে কর? আমি তিনি নহি; কিন্তু দেখ, আমার পশ্চাৎ এমন এক ব্যক্তি আসিতেছেন, যাঁহার পদের পাদুকার বন্ধন খুলিতেও আমি যোগ্য নহি।

26. हे भाइयो, तुम जो इब्राहीम की सन्तान हो; और तुम जो परमेश्वर से डरते हो, तुम्हारे पास इस उद्धार का वचन भेजा गया है।
भजन संहिता 107:20

26. হে ভ্রাতৃগণ, অব্রাহাম-বংশের সন্তানগণ, ও তোমরা যত লোক ঈশ্বরকে ভয় কর, আমাদেরই নিকট এই পরিত্রাণের বাক্য প্রেরিত হইয়াছে।

27. क्योंकि यरूशलेम के रहनेवालों और उनके सरदारों ने, न उसे पहचाना, और न भविष्यद्वक्ताओं की बातें समझी; जो हर सब्त के दिन पढ़ी जाती हैं, इसलिये उसे दोषी ठहराकर उन को पूरा किया।

27. কেননা যিরূশালেম-নিবাসীরা এবং তাহাদের অধ্যক্ষেরা তাঁহাকে না জানাতে, এবং ভাববাদিগণের যে সকল বাণী প্রতি বিশ্রামবারে পঠিত হয়, সে সকলও না জানাতে, তাঁহার দণ্ডাজ্ঞা করিয়া সে সকল পূর্ণ করিল।

28. उन्हों ने मार डालने के योग्य कोई दोष उस में ने पाया, तौभी पीलातुस से बिनती की, कि वह मार डाला जाए।

28. আর প্রাণদণ্ডের যোগ্য কোনই দোষ না পাইলেও তাহারা পীলাতের নিকটে যাচ্ঞা করিল, যেন তাঁহাকে বধ করা হয়।

29. और जब उन्हों ने उसके विषय में लिखी हुई सब बातें पूरी की, तो उसे क्रूस पर से उतार कर कब्र में रखा।

29. আর তাঁহার বিষয়ে যে সকল কথা লিখিত ছিল, তাহা সিদ্ধ করিলে পর তাঁহাকে গাছ হইতে নামাইয়া কবরে সমাহিত করিল।

30. परन्तु परमेश्वर ने उसे मरे हुओं में से जिलाया।

30. কিন্তু ঈশ্বর মৃতগণের মধ্য হইতে তাঁহাকে উঠাইলেন।

31. और वह उन्हें जो उसके साथ गलील से यरूशलेम आए थे, बहुत दिनों तक दिखाई देता रहा; लोगों के साम्हने अब वे भी उसके गवाह हैं।

31. আর যাঁহারা তাঁহার সহিত গালীল হইতে যিরূশালেমে আসিয়াছিলেন, তাঁহাদিগকে তিনি অনেক দিন পর্য্যন্ত দেখা দিলেন; তাঁহারাই এক্ষণে প্রজালোকদের কাছে তাঁহার সাক্ষী।

32. और हम तुम्हें उस प्रतिज्ञा के विषय में, जो बापदादों से की गई थी, यह सुसमाचार सुनाते हैं।

32. আর পিতৃগণের কাছে কৃত প্রতিজ্ঞার বিষয়ে আমরা তোমাদিগকে এই সুসমাচার জানাইতেছি যে,

33. कि परमेश्वर ने यीशु को जिलाकर, वही प्रतिज्ञा हमारी सन्तान के लिये पूरी की, जैसा दूसरे भजन में भी लिखा है, कि तू मेरा पुत्रा है; आज मैं ही ने तुझे जन्माया है।
भजन संहिता 2:7

33. ঈশ্বর যীশুকে উঠাইয়া আমাদের সন্তানগণের পক্ষে সেই প্রতিজ্ঞা পূর্ণ করিয়াছেন, যেমন দ্বিতীয় গীতেও লেখা আছে, “তুমি আমার পুত্র, অদ্য আমি তোমাকে জন্ম দিয়াছি।”

34. और उसके इस रीति से मरे हुओं में से जिलाने के विषय में भी, कि वह कभी न सड़े, उस ने यों कहा है; कि मैं दाऊद पर की पवित्रा और अचल कृपा तुम पर करूंगा।
यशायाह 55:3

34. আর তিনি যে তাঁহাকে মৃতগণের মধ্য হইতে উঠাইয়াছেন, এবং তাঁহাকে যে আর ক্ষয়ে ফিরিয়া যাইতে হইবে না, এ বিষয়ে ঈশ্বর এইরূপ বলিয়াছেন, “আমি তোমাদিগকে দায়ূদের পবিত্র অটল অঙ্গীকার সকল প্রদান করিব।”

35. इसलिये उस ने एक और भजन में भी कहा है; कि तू अपने पवित्रा जन को सड़ने न देगा।
भजन संहिता 16:10

35. কেননা তিনি অন্য গীতেও বলেন, “তুমি নিজ সাধুকে ক্ষয় দেখিতে দিবে না।”

36. क्योंकि दाऊद तो परमेश्वर की इच्छा के अनुसार अपने समय में सेवा करके सो गया; और अपने बापदादों में जा मिला; और सड़ भी गया।
न्यायियों 2:10, 1 राजाओं 2:10

36. বস্তুতঃ দায়ূদ আপন সমকালীন লোকদের মধ্যে ঈশ্বরের মন্ত্রণা অনুযায়ী কার্য্য করিবার পর নিদ্রাগত হইলেন, এবং নিজ পিতৃলোকদের নিকটে সংগৃহীত হইলেন, ও ক্ষয় দেখিলেন।

37. परन्तु जिस को परमेश्वर ने जिलाया, वह सड़ने नहीं पाया।

37. কিন্তু ঈশ্বর যাঁহাকে উঠাইয়াছেন, তিনি ক্ষয় দেখেন নাই।

38. इसलिये, हे भाइयो; तुम जान लो कि इसी के द्वारा पापों की क्षमा का समाचार तुम्हें दिया जाता है।

38. অতএব, হে ভ্রাতৃগণ, তোমরা জানিও, এই ব্যক্তি দ্বারা পাপের মোচন তোমাদিগকে জ্ঞাত করা যাইতেছে;

39. और जिन बातों से तुम मूसा की व्यवस्था के द्वारा निर्दोष नहीं ठहर सकते थे, उन्हीं सब से हर एक विश्वास करनेवाला उसके द्वारा निर्दोष ठहरता है।

39. আর মোশির ব্যবস্থাতে তোমরা যে সকল বিষয়ে ধার্ম্মিক গণিত হইতে পারিতে না, যে কেহ বিশ্বাস করে, সে সেই সকল বিষয়ে এই ব্যক্তিতেই ধার্ম্মিক গণিত হয়।

40. इसलिये चौकस रहो, ऐसा न हो, कि जो भविष्यद्वक्ताओं की पुस्तक में आया है,

40. অতএব দেখিও, ভাববাদিগণের গ্রন্থে যাহা বলা হইয়াছে, তাহা যেন তোমাদের প্রতি না ঘটে,

41. तुम प्र भी आ पड़े कि हे निन्दा करनेवालो, देखो, और चकित हो, और मिट जाओ; क्योंकि मैं तुम्हारे दिनों में एक काम करता हूं; ऐसा काम, कि यदि कोई तुम से उसकी चर्चा करे, तो तुम कभी प्रतीति न करोगे।।
हबक्कूक 1:5

41. “হে অবজ্ঞাকারিগণ, দৃষ্টিপাত কর, আর চমকিয়া উঠ এবং অন্তর্হিত হও; যেহেতুক তোমাদের সময়ে আমি এক কর্ম্ম করিব, সেই কর্ম্মের কথা যদি কেহ তোমাদের কাছে বর্ণনা করে, তোমরা কোন মতে বিশ্বাস করিবে না।”

42. उन के बाहर निकलते समय लोग उन से बिनती करने लगे, कि अगले सब्त के दिन हमें ये बातें फिर सुनाई जाएं।

42. তাঁহাদের বাহিরে যাইবার সময়ে লোকেরা বিনতি করিল, যেন পর বিশ্রামবারে সেই সকল কথা তাহাদের কাছে বলা হয়।

43. और जब सभा उठ गई तो यहूदियों और यहूदी मत में आए हुए भक्तों में से बहुतेरे पौलुस और बरनबास के पीछे हो लिए; और उन्हों ने उन से बातें करके समझाया, कि परमेश्वर के अनुग्रह में बने रहो।।

43. আর সমাজ ভঙ্গ হইলে অনেক যিহূদী ও যিহূদিধর্ম্মাবলম্বী ভক্ত লোক পৌল ও বার্ণবার পশ্চাৎ পশ্চাৎ গমন করিল; তাঁহারা তাহাদের সহিত কথা কহিলেন, ঈশ্বরের অনুগ্রহে স্থির থাকিতে তাহাদিগকে প্রবৃত্তি দিলেন।

44. अगले सब्त के दिन नगर के प्राय: सब लोग परमेश्वर का वचन सुनने को इकट्ठे हो गए।

44. পরবর্ত্তী বিশ্রামবারে নগরের প্রায় সমস্ত লোক ঈশ্বরের বাক্য শুনিতে সমাগত হইল।

45. परन्तु यहूदी भीड़ को देखकर डाह से भर गए, और निन्दा करते हुए पौलुस की बातों के विरोध में बोलने लगे।

45. কিন্তু যিহূদীরা লোকসমারোহ দেখিয়া ঈর্ষাতে পরিপূর্ণ হইল, এবং নিন্দা করিতে করিতে পৌলের কথার প্রতিবাদ করিতে লাগিল।

46. तब पोलुस और बरनबास ने निडर होकर कहा, अवश्य था, कि परमेश्वर का वचन पहिले तुम्हें सुनाया जाता: परन्तु जब कि तुम उसे दूर करते हो, और अपने को अनन्त जीवन के योग्य नहीं ठहराते, तो देखो, हम अन्यजातियों की ओर फिरते हैं।

46. আর পৌল ও বার্ণবা সাহস পূর্ব্বক কথা কহিলেন, বলিলেন, প্রথমে তোমাদেরই নিকটে ঈশ্বরের বাক্য প্রচার করা যায়, ইহা আবশ্যক ছিল; তোমরা যখন তাহা ঠেলিয়া ফেলিতেছ, এবং আপনাদিগকে অনন্ত জীবনের অযোগ্য বিবেচনা করিতেছ, তখন দেখ, আমরা পরজাতিগণের দিকে ফিরিতেছি।

47. क्योंकि प्रभु ने हमें यह आज्ञा दी है; कि मै। ने तुझे अन्याजातियों के लिये ज्योति ठहराया है; ताकि तू पृथ्वी की छोर तक उद्धार का द्वार हो।
यशायाह 49:6

47. কেননা প্রভু আমাদিগকে এইরূপ আজ্ঞা দিয়াছেন, “আমি তোমাকে জাতিগণের দীপ্তিস্বরূপ করিয়াছি, যেন তুমি পৃথিবীর সীমা পর্য্যন্ত পরিত্রাণস্বরূপ হও।”

48. यह सुनकर अन्यजाति आनन्दित हुए, और परमेश्वर के वचन की बड़ाई करने लगे: और जितने अनन्त जीवन के लिये ठहराए गए थे, उन्हों ने विश्वास किया।

48. ইহা শুনিয়া পরজাতীয়েরা আহ্লাদিত হইল, ও প্রভুর বাক্যের গৌরব করিতে লাগিল; এবং যত লোক অনন্ত জীবনের জন্য নিরূপিত হইয়াছিল, তাহারা বিশ্বাস করিল।

49. तब प्रभु का वचन उस सारे देश में फैलने लगा।

49. আর প্রভুর বাক্য সেই দেশের সর্ব্বত্র ব্যাপিয়া গেল।

50. परन्तु यहूदियों ने भक्त और कुलीन स्त्रियों को और नगर के बड़े लोगों को उसकाया, और पौलुस और बरनबास पर उपद्रव करवाकर उन्हें अपने सिवानों से निकाल दिया।

50. কিন্তু যিহূদীরা ভক্ত ভদ্র মহিলাদিগকে ও নগরের প্রধানবর্গকে উত্তেজিত করিয়া তুলিল, পৌলের ও বার্ণবার প্রতি তাড়না ঘটাইল, এবং আপনাদের সীমা হইতে তাঁহাদিগকে বাহির করিয়া দিল।

51. तब वे उन के साम्हने अपने पांवों की धूल झाड़कर इकुनियुम को गए।

51. তখন তাঁহারা তাহাদের বিরুদ্ধে পায়ের ধূলা ঝাড়িয়া দিয়া ইকনিয়ে গেলেন।

52. और चेले आनन्द से और पवित्रा आत्मा से परिपूर्ण होते रहे।।

52. আর শিষ্যগণ আনন্দে ও পবিত্র আত্মায় পরিপূর্ণ হইতে থাকিল।



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