18. जब मैं मिस्रियों के जुओं को तहपन्हेस में तोड़ूंगा, तब उस में दिन को अन्धेरा होगा, और उसकी सामर्थ जिस पर वह फूलता है, वह नाश हो जाएगी; उस पर घटा छा जाएगी और उसकी बेटियां बंधुआई में चली जाएंगी।
18. And in Tehaphnehes, hath the day become dark, Because I have broken, there the yoke-bare of Egypt, And there shall be made to cease therein the pride of her strength, She, a cloud, shall cover her! And her daughter into captivity, shall wend their way.